प्लस टू सर्वोदय उच्च विद्यालय मखदुमपुर टेकारी गया में सर्वपल्ली राधाकृष्णन की मनाई गई जयंती समारोह

विश्वनाथ आनंद ।
टेकरी (गया बिहार)- शिक्षक दिवस के अवसर पर प्लस टू सर्वोदय उच्च विद्यालय मखदुमपुर टिकारी गया में सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद अबरार आलम ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन की तैलीय चित्र पर माला पहनाकर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज का दिन गुरु और शिष्य के संबंध को मजबूत बनाने का दिन है. उन्होंने विस्तार पूर्वक गुरु एवं शिष्यों की संबंधों पर प्रकाश डाला. उन्होंने आगे कहा कि शिक्षकों के हितैषी और एक कुशल शिक्षक के साथ-साथ देश के प्रथम उपराष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति का पद सुशोभित किया है. संस्कृति के संवाहक प्रख्यात शिक्षाविद महान दार्शनिक और एक विचारक थे. उन्होंने आगे कहा कि इनकी विद्वता को देखते हुए भारत सरकार ने 1954 में भारत का सर्वोच्च पुरस्कार भारत रत्न से अलंकृत किया था.आज हम लोग उनके जन्म दिवस को ही शिक्षक दिवस के रूप में मना रहे हैं .और उनके जीवन काल से प्रेरणा लेकर गुरु शिक्षक के संबंधों को मजबूत करने और आगे बढ़ाने की जरूरत है .चौसर पर मोहम्मद अबरार आलम ने यह भी कहा कि सिर्फ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती मना लेने से और उनके पहले चित्र पर फूल माला फूल माला अर्पित करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि हमें उनके विद्वत्ता को अपनाना होगा और भारतीय संस्कृति और सभ्यता की लाज रखने के लिए काम करना होगा. उन्होंने आगे कहा कि हम लोग अपनी संस्कृति को छोड़कर पश्चिमी सभ्यता को अपना रहे हैं जो कहीं से भी उचित नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि आज जरूरत है अच्छे छात्र और एक अच्छे इंसान बनने की. जब तक हम एक अच्छा इंसान नहीं बनते हैं, तब तक देश का भला नहीं होगा .हमें बड़ों का सम्मान करना चाहिए .छोटू को प्यार करना चाहिए. और अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का पालन करना चाहिए .इस अवसर पर प्लस टू के छात्रों के साथ फ्लिपकार्ट कर केक काटकर शिक्षक दिवस मनाया .विद्यालय में आयोजितक्विज प्रतियोगिता एवं निबंध प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय आने वाले विद्यार्थियों को प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद आलम के द्वारा पुरस्कृत किया . कार्यक्रम को दो पुरुषोत्तम कुमार प्रियंका कुमारी विपिन कुमार अरविंद शर्मा प्रभात कुमार सिंह अभिषेक कुमार शैलेंद्र कुमार सिंह आदि शिक्षकों ने विचार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम के सफलता में चार चांद लगाया .

You may have missed