आंगनबाड़ी सेविका के चयन प्रक्रिया को लेकर छठी बार आम सभा स्थगित,ग्रामीणों में रोष
संतोष कुमार .
आमसभा में बाहरी लोगों के साथ अन्य लोग शराब आदि के नशे में करते हैं हो-हंगामा
पांच साल बीत जाने के बाद भी न्यू सिंगर में नहीं हुई बहाली
नौनिहालों व गर्भवती महिलाओं को सभी योजनाओं से रहना पड़ रहा है वंचित
प्रखण्ड क्षेत्र के हरदिया पंचायत के वार्ड संख्या 10 में मंगलवार को आंगनबाड़ी की महिला पर्यवेक्षिका प्रणिता कुमारी द्वारा आंगनबाड़ी सेविका के चयन को लेकर पुनः आमसभा को स्थगित करना पड़ा।पंचायत के वार्ड संख्या 10 के न्यू सिंगर गांव स्थित सामुदायिक भवन में आंगनबाड़ी केन्द्र संख्या 181 में सेविका पद के चयन हेतु छठी बार आमसभा को स्थगित किया गया।इस दौरान वार्ड सदस्य सुनीता देवी व वार्ड पंच सविता देवी भी मौजूद रहीं।आमसभा के स्थगित होने की बात सुनने के बाद ग्रामीणों में रोष व्याप्त है एवं ग्रामीण स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला-
हरदिया पंचायत के वार्ड संख्या 10 के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 181 में आंगनबाड़ी सेविका पद के बहाली को लेकर वर्ष 2018 में बहाली निकली।जिसको लेकर कुल 9 अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया।विभाग को प्राप्त आवेदन के आलोक में एक मेघा सूची बनाई गई।मेघा सूची में वरीयता कर क्रम में पहला स्थान आरती कुमारी,दूसरा स्थान रेखा राजवंशी एवं तीसरा स्थान रचना देवी का है।उक्त आंगनबाड़ी सेविका की बहाली को लेकर दिनांक 27 सितम्बर 2019 को पहली आमसभा का बैठक किया गया।जिसमें अवांछित लोगों द्वारा हो-हंगामा किये जाने के बाद तत्कालीन महिला पर्यवेक्षिका रही आशा रानी द्वारा आमसभा स्थगित किया गया।उसके बाद महिला पर्यवेक्षिका इंदु रानी के द्वारा भी तीन आमसभा का आयोजन किया गया।जिसमें 2 जुलाई 2022 को वरीयता क्रम में पहले स्थान पर रही अभ्यर्थी आरती कुमारी का चयन पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद भी चयन पत्र नहीं दिया गया।वहीं महिला पर्यवेक्षिका प्रणिता कुमारी द्वारा पांचवीं बार 11 जुलाई 2023 एवं छठी बार 28 अगस्त 2023 को आंगनबाड़ी सेविका के चयन हेतु आम सभा का आयोजन तो किया गया किन्तु प्रखण्ड वरीय पदाधिकारी सह डीसीएलआर जफर हसन और सीडीपीओ सीता कुजूर की अनुपस्थिति के कारण आमसभा को स्थगित करना पड़ा।
पांच वर्षों से नौनिहालों व गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल रहा योजना का लाभ
हरदिया पंचायत के वार्ड संख्या 10 में आंगनबाड़ी सेविका की बहाली नहीं होने से विगत पांच वर्षों से नौनिहालों और गर्भवती महिलाओं को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।वहीं बार-बार आमसभा के स्थगित होने से ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है।ग्रामीणों में उत्पन्न रोष के कारण आमसभा के दौरान महिला पर्यवेक्षिका प्रणिता कुमारी को भी तीखी बातों को झेलना पड़ रहा है।वार्ड पंच सविता देवी का कहना है कि अफसरों के नहीं आने से बार-बार आमसभा स्थगित हो जा रहा है।जिससे महिलाओं व बच्चों को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।वहीं ग्रामीण अरविंद राजवंशी ने बताया कि मेघा सूची के अनुसार एक नम्बर में रहे अभ्यर्थी का चयन नियमानुसार करना चाहिए।ताकि छोटे-छोटे बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर पढ़ाई आदि कर सकें।वहीं ग्रामीण प्रमोद राजवंशी ने बताया कि हमलोगों के बच्चे जब बगल के वार्ड संख्या 9 में पढ़ने आदि जाते हैं,तो वहां की सेविका द्वारा हमारे बच्चों को भगा दिया जाता है।उन्होंने दर्द बयां करते हुए कहा कि हमारे वार्ड में आंगनबाड़ी सेविका की बहाली जल्द हो इसके लिए स्थानीय प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं।
बैठक में शराब पीकर लोग करते हैं हो-हंगामा
हरदिया पंचायत के वार्ड संख्या 10 में आंगनबाड़ी सेविका के बहाली के दौरान कुछ अवांछित लोग जो न तो वार्ड के निवासी हैं और न ही पंचायत के निवासी हैं।उनके द्वारा शराब आदि के नशे में होकर आमसभा में खूब हो-हंगामा किया जाता है।इस बात पर महिला पर्यवेक्षिका प्रणिता कुमारी कहती हैं कि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी से मिले निर्देश के अनुसार प्रखण्ड वरीय पदाधिकारी व सीडीपीओ के रहने के बाद ही वे चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के क्रम में पुलिस बल आदि की सहायता ले सकती हैं।ताकि आमसभा में शांतिपूर्ण ढंग से आंगनबाडी सेविका का चयन प्रक्रिया सम्पन्न कराया जा सके।हालांकि वरीय पदाधिकारी के अनुपस्थित रहने के कारण आमसभा को स्थगित किया गया है।जिसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को भी दी गई है।
अभ्यर्थियों को झेलना पड़ रहा है मानसिक उत्पीड़न
मेघा सूची की वरीयता क्रम के पहले स्थान पर रही अभ्यर्थी आरती कुमारी ने कही कि विगत पांच वर्षों से वे चयन प्रक्रिया को लेकर मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रही हैं।पुलिस व प्रशासन की गैर मौजूदगी में बाहरी व अवांछित लोग शराब आदि के नशे में आमसभा में आकर हो-हंगामा व अपशब्दों का प्रयोग करते हैं।एक अकेली महिला पर्यवेक्षिका को इन लोगों से तंग आकर आमसभा को स्थगित करना पड़ जाता है।उन्होंने वरीयता के क्रम में रही अभ्यर्थी रेखा राजवंशी के पति दीपेन्द्र राजवंशी व ससुर इंद्रदेव राजवंशी पर आरोप लगाया कि वे लोग जानबूझकर हो-हंगामा करवाकर बार-बार आमसभा होने नहीं देते हैं।साथ ही कही कि रेखा राजवंशी के पति और ससुर पश्चिम बंगाल के भी वासी हैं।जिसका मतदाता सूची आदि जरूरी दस्तावेज सम्बंधित पदाधिकारियों को दिया गया है।उन्होंने कहा कि बीते 2 जुलाई 2022 को चयन पत्र मिलने ही वाला था कि रेखा राजवंशी के अलावे अन्य परिजनों द्वारा काफी हल्ला-हंगामा किया जाने लगा।जिसके बाद महिला पर्यवेक्षिका ने चयन पत्र को अपने पास रख लिया।जिसकी शिकायत जिलाधिकारी के अलावे अन्य वरीय पदाधिकारियों से भी की गई थी।अभ्यर्थियों ने स्थानीय पदाधिकारियों से अपील की है कि अगले बार आयोजित आमसभा में वे आएं एवं पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में चयन प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाएं।