लगातार तीसरे दिन आशा द्वारा बाधित रहा अनुमंडलीय अस्पताल में ओपीडी व टीकाकरण सेवाएं
संतोष कुमार.
अनुमंडलीय अस्पताल में लगातार तीसरे दिन अनिश्चितकालीन हड़ताल में रहे आशा द्वारा ओपीडी सेवा व टीकाकरण को बाधित किया गया।अस्पताल में ओपीडी में आने वाले मरीज विगत दो दिनों से बिना इलाज कराए बैंरग वापस घर लौट जा रहे थे।शुक्रवार को ओपीडी हेतु रजिस्ट्रेशन काउंटर खुलते ही दर्जनों आशा काउंटर के आगे खड़ी होकर मरीजों का पर्चा कटने पर जबरन रोक लगा दी।इस दौरान अस्पतालकर्मी एवं ओपीडी में इलाज कराने आये मरीजों द्वारा इसका विरोध किया गया।जिसपर आशा ने उन्हें भी काफी खरी-खोटी सुनाई।बीते बुधवार को अनुमंडलीय अस्पताल में लगने वाले प्रधानमंत्री मातृत्व शिविर योजना में स्वास्थ्य जांच कराने आये गर्भवती महिलाओं की जांच भी रोकी गई।जिसके कारण सैकड़ों गर्भवती महिलाओं की जांच नहीं हो पाई।इस कारणवश शिविर में मात्र 16 गर्भवती महिलाएं आशा से झगड़ा कर अस्पताल में अपना स्वास्थ्य जांच करवा पाई।वहीं गुरुवार को भी ओपीडी सेवाएं पूर्णतः बन्द रही थी।बताते चलें कि आशा विगत 12 जुलाई से अपनी नौ सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है।सरकार द्वारा किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं देने पर नाराज आशा अब अस्पताल में संचालित ओपीडी व टीकाकरण जैसी जरूरी सेवाओं को बन्द कराने पर उतारू हो गई है।
क्या कहते हैं पदाधिकारी-
अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक ने कहा कि विगत तीन दिनों से आशा द्वारा ओपीडी व टीकाकरण सेवाओं को बाधित किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि बदलते मौसम के कारण आई फ्लू,डायरिया व टायफायड के मरीजों की संख्या बढ़ गई है।ओपीडी में प्रतिदिन लगभग 300 मरीज अपना इलाज करवाने पहुंच रहे हैं।शुक्रवार को अस्पताल में मेरे अलावे डॉ श्यामनंदन प्रसाद,डॉ अमरेश कुमार व डॉ नीरज कुमार भी ड्यूटी में मौजूद थे।ओपीडी खुलते ही आशा द्वारा जबरन रजिस्ट्रेशन काउंटर को बन्द करवा दिया गया।जिसपर आशा को कड़ी चेतावनी दी गई।साथ ही कहा गया कि ओपीडी,इमरजेंसी व बीसीजी टीकाकरण जैसी जरूरी सेवाओं को बाधित नहीं करें।अन्यथा हड़ताल के दौरान कार्य बाधित होने पर सभी के विरुद्ध अग्रतर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।प्रभारी उपाधीक्षक द्वारा दिये कड़े निर्देश के बाद शुक्रवार को लगभग 12 बजे ओपीडी काउंटर पर मरीजों द्वारा रजिस्ट्रेशन कराया जाने लगा।रजिस्ट्रेशन काउंटर खुलते ही सैकडों मरीज लाइन में लगकर रजिस्ट्रेशन के बाद चिकित्सक से अपना इलाज करवा पाएं।