गया शहर के विभिन्न स्कूल कॉलेज पार्क में वर्ष 20 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य- नगर विधायक
धीरज ।
गया।बिहार पृथ्वी दिवस के अवसर पर वजीरगंज रामडीह गोसदन ईटमा गांव में श्री गोशाला गोरक्षणी समिति एवं डेयरी प्लांट परिसर एवं पर्यावरण जागरूकता अभियान समिति के द्वारा बिहार पूर्व कृषि मंत्री सह नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार ने गया गौशाला समिति मानपुर के पदाधिकारियों की उपस्थिति में विभिन्न प्रजातियों के लगभग दर्जनों फलदार एवं छायेदार पौधे लगाकर लोगों से वर्षा ऋतु में वृक्षारोपण करने की अपील की है। इस अवसर पर नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि प्रकृति का अनमोल देन,अनमोल रत्न है वृक्ष है। वृक्ष पर्यावरण को शुद्ध एवं ऑक्सीजन युक्त करने का कार्य करता है। प्रदूषण को दूर भगाता है। वृक्ष ध्वनि प्रदूषण को दूर करता है।वायु अवरोधक की तरह काम करता है।आंधी तूफान से होने वाली क्षति को भी कम करता है। वृक्ष की जड़े मिट्टी को मजबूती से जकड़े रखती है। उन्होंने बताया कि गया शहर के विभिन्न स्कूल कॉलेज पार्क में वर्ष 20 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है ताकि शहर वासियों को स्वच्छ वातावरण मिल सके।एक सामान्य पेड़ 1 साल में 20 किलोग्राम धूल सकता है। 700 किलोग्राम ऑक्सीजन देता है। 20 टन कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है। गर्मी में पेड़ के नीचे 4 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान कम रहता है। 80 किलोग्राम पारा,लिथियम,लेड और जहरीले धातुओं के मिश्रण को 1 वर्ष में पेड़ सोखने की क्षमता रखता है।एक लाख वर्ग मीटर दूषित हवा फिल्टर करता है। घर के करीब एक पेड़ ऑक्सिटिक वॉल की तरह काम करता है। यानी शोर ध्वनि को सोखता है। घर के पास अगर 10 पेड़ हैं तो आदमी की आयु 7 वर्ष बढ़ जाता है। इसके अलावा पेड़ से छाया,जानवरों का चारा मिलता है।मिट्टी क्षरण को रोकता है। वर्षा होने का कारक बनता है। इस अवसर पर समाजसेवी उषा डालमिया, सेंट्रल बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ कौशलेंद्र प्रताप सिंह,शिव कुमार अग्रवाल, धीरज रौनीयार,शिवचरण डालमिया,शरद चंद्र खंडेलवाल, चैंबर ऑफ़ कॉमर्स चैरिटेबल ट्रस्ट के अनूप केडिया,विपेंद्र अग्रवाल, ओम बाबू, मगध दूध संघ के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार,प्रबंध निदेशक छत्रपाल सिंह यादव,प्रभारी अभियंत्रण प्रकाश कुमार एवं आरके सिंह पर्यावरण जागरूकता अभियान समिति के सदस्य विकास कुमार,अमित कार्तिकेय, पंकज लोहानी,अशोक, सुरेन्द्र यादव,अमित लोहानी चंद्रवंशी एवं धीरू कुमार सहित कई अन्य लोगों ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।