झारखंड गौशाला ने राहुल रंजन गौसेवा सम्मान

धीरज गुप्ता,

गया।भाजपा नेता सह समाजसेवी राहुल रंजन को झारखण्ड के रांची मे गौ सेवा विशेष सामान से सम्मानित किया गया है ।यह सम्मान रांची गौशाला न्यास परिषद ने दिया एवं राहुल रंजन को झारखण्ड गौशाला न्यास परिषद का आजीवन सदस्य भी बनाया गया है ।इस सम्मान को खुद न्यास परिषद के अध्यक्ष एवं मुख्य संचालक ने दिया है। वही राहुल रंजन कहते है की इस सम्मान को मै पाकर अभिभूत हु यह गौ माता का मेरे लिए सिर्फ प्रतीक चिन्ह ही नहीं है हमारे मेरे लिए शाक्छत मेरे लिए गौ माता है वही राहुल रंजन ने कहा की हम गाय को नहीं, गाय हमें पालती है।यदि आप बाजार जाएं और आपको पता चले कि एक किलो गोबर की कीमत 350 रुपये है, तो आप आश्चर्य में मत पड़ियेगा.
बताया कि जहां एक ओर भारत और दुनिया विज्ञान और वैश्विकरण के माध्यम से दिनों दिन उन्नति की तरफ अग्रसर है, वहीं गाय जो ग्रामीण अर्थव्यवस्था के उत्थान में एक महत्वपूर्ण कड़ी रही है, आज दुधारू न रहने पर उपेक्षित हो जाती है और बोझ लगने लगती है।गोमय उत्पादों की बाजार में बढ़ती लोकप्रियता से यह स्थिति बदल रही है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने धेनुकृपा ग्रामोद्योग इस दिशा में बड़े प्रयास किए है जिससे गौ धन आज कही न कही सुरक्षित है।
उन्होंने बताया कि हमारा संगठन एक लक्ष्य के साथ काम करता है, जिसका आदर्श वाक्य है ’स्वावलंबी भारत, समृद्ध भारत’. जिसके अंतर्गत उन्होंने सैकड़ो महिलाओं को रोजगार प्रदान किया है।आज करोड़ो परिवारों की रोज़ी-रोटी इससे जुड़ी हुई है. ये परिवार आर्थिक रूप से सबल हुए हैं। हम गाय को नहीं, बल्कि गाय हमें पालती है।देखा जाए तो आज के इस दौर में हम रासायनिक पदार्थों से घिरे हुए हैं, जो किसी भी प्रकार से लाभदायक नहीं, उल्टा कई मामलों में क्षति पहुंचाने का काम करते हैं. धेनुकृपा इसका प्रमाण बनी महामारी कोविड, जब गो उत्पादों के असाधारण गुणों के कारण इनकी मांग में तेजी आई. देश ही नहीं, विदेशों में भी लोगों ने इसके महत्व को समझा और अपनाया। गौ माता और इससे जुड़े सारे पदार्थ हमारे जीवन के लिए जीवन रक्षक एवं जरूरत पड़ने पर हमारे लिए ऐटीएम कार्ड है हम इसे और इससे जुड़े सभी पढ़ार्थो को कभी भी कैश कर सकते है। देश मे हर परिवार को हर कृष्क को गौ पालन एवं पशू पालन से जुड़ना चाहिए।

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