जातीय जनगणना पिछड़ी जाति,अत्यंत पिछड़ा एवं कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए जरूरी-विनय कुशवाहा

धीरज ।

गया।राष्ट्रीय जनता दल के वरीय नेता बिहार प्रदेश के सचिव विनय कुशवाहा ने जातीय जनगणना को रोकने वाली याचिका को खारिज करने पर हाई कोर्ट के निर्णय को स्वागत करते हुए कहा कि माननीय हाईकोर्ट ने भी जातीय जनगणना को सही माना।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जातीय जनगणना की शुरुआत बिहार से करके यह साबित किया की बिहार की सरकार पिछड़े वर्गों एवं अत्यंत पिछड़े वर्गों सहित कमजोर वर्गों का विकास चाहती है।जातीय जनगणना हो जाने से यह पता चल जाएगा कि पिछड़ों अति पिछड़ों दलितों में दलितों सहित अन्य वर्गों की कितनी जनसंख्या है और उसी जनसंख्या के अनुरूप सरकार शैक्षणिक आर्थिक एवं सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों को आगे बढ़ाने का काम करेगी।
हाई कोर्ट का निर्णय स्वागत योग्य है अब देश के प्रधानमंत्री को भी चाहिए कि बिहार के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री द्वारा जातीय जनगणना की शुरुआत पूरे देश में करें। क्योंकि प्रधानमंत्री भी अपने आप को पिछड़ा वर्ग के जाति का बोलते हैं।बिहार की धरती क्रांतिकारी धरती है और परिवर्तन की शुरुआत इसी धरती से होती है।
पार्टी के नेता विजय कुमार सिन्हा, राजेंद्र प्रसाद वर्मा, मनोज कुशवाहा, जितेंद्र कुमार वर्मा, रविंद्र कुमार वर्मा, कुमार शंभू प्रसाद अधिवक्ता, शशि भूषण सिंह, शिवकुमार प्रसाद कुशवाहा, अजय कुमार वर्मा, नेताओं ने भी हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।

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