रोहतास के पर्यटन स्थल बनेंगे बिहार के नए इको टूरिज्म डेस्टिनेशन-पर्यटन सचिव
दिवाकर तिवारी ।
पर्यटन स्थलों के समग्र विकास हेतु पर्यटन सचिव ने किया निरीक्षण, पर्यटकीय सुविधाओं को बेहतर करने के निर्देश
रोहतास। बिहार में इको टूरिज्म के सम्यक विकास की संभावनाओं पर पर्यटन विभाग सतत कार्यशील है। विभागीय सचिव अभय कुमार सिंह ने इको सर्किट के विकास को लेकर रोहतास के विभिन्न पर्यटन स्थलों का गुरुवार को स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को पर्यटन स्थलों के विस्तृत विकास हेतु योजना बनाकर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। ताकि रोहतास के पर्यटन स्थल राज्य में इको टूरिज्म के नए डेस्टिनेशन के रूप में विकसित हो सके।
उपमुख्यमंत्री सह पर्यटन मंत्री तेजस्वी यादव के निर्देशानुसार किए गए निरीक्षण के क्रम में पर्यटन सचिव ने सबसे पहले शेरगढ़ किले के नीचे खाली पड़ी लगभग 5 एकड़ जमीन का मुआयना किया और कहा कि शेरगढ़ किला देखने वाले पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिसको देखते हुए उनके लिए और भी सुविधाएं विकसित करने की योजना पर पर्यटन विभाग काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि यहां एक वृहत इंटरटेनमेंट और एक्टिविटी जोन के निर्माण पर विचार किया जा रहा है, जहां कैफेटेरिया, झूले, रॉक क्लाइम्बिंग, गो-कार्टिंग जैसी सुविधाएं देकर पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा। उन्होंने मौके पर मौजूद जिला पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार और वन प्रमंडल पदाधिकारी, रोहतास को जमीन को चिन्हित करते हुए एक सप्ताह में पर्यटन विभाग को विस्तृत विवरणी देने के निर्देश दिए। ताकि इस योजना पर अविलंब कार्य शुरू किया जा सके।
इसके बाद पर्यटन सचिव ने अधिकारियों के साथ दुर्गावती जलाशय का निरीक्षण किया और जलाशय में नौका विहार करने के बाद कहा कि यहां पूर्व से पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा बड़े बोट संचालित किए जा रहे हैं, इसके साथ ही यहां पर्यटन विभाग भी 4 और 6 सीटर वाले छोटे बोट संचालित करेगा ताकि छोटे परिवार या दोस्तों के साथ आने वाली छोटी टोली भी आकर जलाशय में नौका विहार कर सके। सचिव ने तदोपरांत सीता कुंड का निरीक्षण कर बैरिकेडिंग को और विस्तृत करते हुए अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को दिए।
सचिव ने इसके उपरांत मांझर और धुआं कुंड का जायजा लिया और कहा कि पर्यटन विभाग मांझर कुंड और धुआं कुंड के विस्तृत विकास के लिए पूरी कार्ययोजना बना चुका है। यहां पर्यावरणीय स्थिति को ध्यान में रखते हुए कैफेटेरिया, गैजिबो और झूला ब्रिज आदि लगाकर पर्यटकों के लिए टूर पैकेज विकसित करने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने यहां पूर्व निर्मित संरचनाओं को जीर्णोद्धार कर पर्यटकीय सुविधाएं निर्मित करने के निदेश दिए। सचिव ने रोहतासगढ़ रज्जू मार्ग योजना का स्थल निरीक्षण किया और एजेंसी को निश्चित समयावधि में कार्य पूरा करने के निर्देश जारी किए। सचिव ने बताया कि बारिश की वजह से काम में थोड़ी देर हुई है और फाउंडेशन वगैरह के कार्य में अपेक्षित प्रगति नहीं हो सकी। उन्होंने योजना में धीमे कार्य को देखते हुए असंतोष जाहिर किया और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता से इस हेतु स्पष्टीकरण पूछने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 6 महीनों के अंदर रोहतासगढ़ रज्जूमार्ग योजना को हर हाल में पूरा करें। ताकि पर्यटक रोहतासगढ़ के वादियों का आनंद जल्द से जल्द उठा सकें। इस दौरान उन्होंने तुतला भवानी में एक अतिरिक्त झूला पुल, चेंजिंग रूम, सीढ़ियों पर फिसलन मुक्त टाइल्स लगाने के निदेश दिए ताकि यहां आनेवाले पर्यटकों को बेहतर पर्यटकीय सुविधाएं प्रदान की जा सके। निरीक्षण के दौरान डीएम धर्मेंद्र कुमार, प्रबंध निदेशक बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम नंदकिशोर, महाप्रबंधक बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम अभिजीत कुमार, डीडीसी रोहतास शेखर आनंद, डीएफओ रोहतास मनीष कुमार वर्मा, सासाराम अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार, डेहरी अनुमंडल पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा सहित पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के सभी पदाधिकारीगण उपस्थित थे।