पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व रामविलास पासवान जी की 77 वां ऐतिहासिक जयंती समारोह मनाई गई
एस के राजीव ।
लोजपा और दलित सेना के संस्थापक और पूर्व केन्द्रीय मंत्री पद्मभूषण स्व रामविलास पासवान जी का 77 वां ऐतिहासिक जयंती समारोह उनकी कर्मभूमि हाजीपुर के चौहरमल नगर में धूमधाम से आयोजित की गयी। उक्त कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद श्री चिराग पासवान जी अपने पूरे परिवार के साथ दिवंगत नेता के आदमकद प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उक्त ऐतिहासिक जयंती समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चिराग पासवान ने अपने पिता के अवसान को लेकर उनकी कमी खलने की बात कहते हुए भावुक हो गयें। इस अवसर पर श्री चिराग ने कहा मेरे परिवार के ही कुछ लोगों ने पार्टी और परिवार तोड़ने का काम किया है लेकिन आप लोगों ने उस कमी को पूरा कर हमें जो साहस दिया है उसके लिए मैं आप सबों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, मेरे खून का एक-एक कतरा हाजीपुर की जनता के लिए समर्पित रहेगा श्री चिराग ने कहा कि पिता की चिता अभी शांत भी नहीं हुई थी तभी परिवार के लोगों ने मुझे अपने से अलग कर दिया अब मेरे जीवन का एक ही उद्देश्य है कि दिवंगत नेता और पिता रामविलास पासवान जी के अधूरे सपने को पूरा करना है हाजीपुर की धरती से शंखनाद नहीं बल्कि आगाज होगा क्योंकि मेरे नेता हाजीपुर के लिए जो भी कियें है उनके बाकी बचें कामों को अब मैं पूरा करूंगा। रामविलास पासवान हाजीपुर के लिए जाने जाते थे और हाजीपुर और रामविलास पासवान एक दूसरे के पर्याय है। श्री चिराग ने आगे कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को आगे ले जाने का जिस तरह से मेरे नेता ने काम किया था उसी तरह मैं भी अपने प्रदेश को आगे ले जाना चाहता हूं उन्होंने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि 17 सालों के बाद भी आज बिहार पिछड़ा हुआ है आखिर क्यों बिहारियों को शिक्षा रोजगार और इलाज के लिए बाहर जाना पड़ता है और फिर क्यों बेहतर स्वास्थ्य की अपने प्रदेश में ही व्यवस्था नहीं की जाती है पिछले 17 वर्षों के शासन काल में आपके सपनों को जब नीतीश कुमार पूरा नहीं कर पाए तो आखिर अब क्या पूरा कर पाएंगे? जबकि बिहार में मूलभूत सुविधाओं का घोर आभाव है आखिर मेरा क्या कसूर है कि चिराग पासवान का वे विरोध करते हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी आखिर चिराग पासवान का यही कसूर है ना कि चिराग पासवान आपसे निरंतर बिहार में बेहतर शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार की बात करता है जो लोग सोचते हैं कि चिराग पासवान साजिशो से टूट जाएगा तो यह सिर्फ आपकी गलतफहमी हो सकती है चिराग पासवान ना तो टूटेगा और ना ही किसी के सामने झुकेगा। अपने पिता की उपलब्धियों को याद कराते हुए उन्होंने अपने पिता द्वारा संचार मंत्रालय में बतौर मंत्री दियें गयें उनके वक्तव्य बैगन के भाव मोबाइल उपलब्ध कराने और हर हांथ में मोबाइल के सपने को पूरा करने का स्मरण कराया हमारे नेता ने बाबा साहब डॉ0 भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को संसद में लगाने और उनकी जयंती के अवसर पर अवकाश की घोषणा कराने का काम किये है चाहे दलितों के आरक्षण दिलाने या सवर्णों को 10ः आरक्षण की बात संसद में उठाने की हो हमारे नेता ने जनकल्याण की बात को सड़क से संसद तक मजबूती से रखा। जीवन के अंतिम समय में वैश्विक महामारी के दौरान उन्होंने अपने स्वास्थ्य की चिंता किए बगैर गरीबों के भोजन की व्यवस्था मे जुटे रहे जिसकी वजह से आज पूरे देश में 81 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज का गरीबों के बीच वितरण आज भी जारी है। मौजूदा सरकार पर हमला बोलते हुए श्री चिराग ने कहा कि सरकार के मंत्री अपने ही प्रदेश के छात्रों को कमतर आकने और उन्हें प्रताड़ित करने का काम कर रहे है। जबकि बिहार के छात्र और युवा प्रदेश के बाहर अपने प्रतिभा के बल पर हर क्षेत्र में कामयाबी का पताका फहरा रहे है। बावजूद सरकार को प्रदेश के युवाओं में प्रतिभा की कमी नजर आ रही है जो बेहद अफसोस जनक है। बिहार के युवा सरकार से जब रोजगार की बात करते है तब उनकी समस्याओं के समाधान के बदले उनपर लाठी बरसायी जाती है। जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
उक्त अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने की। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने बताया कि इस अवसर पर मुख्य रूप से पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार, मणिशंकर पाण्डेय, राष्ट्रीय महासचिव अच्युतानंद सिंह सत्यानंद शर्मा, धनंजय मृणाल, लोजपा युवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रणव कुमार, प्रधान महासचिव संजय पासवान मौजूद थे।