पुल के पिलर में फंसे 12 वर्षीय बालक का 30 घंटे बाद रेस्क्यू

दिवाकर तिवारी ।

एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम की मदद से निकाला गया बाहर.

रोहतास। बीते 30 घंटे से नासरीगंज दाउदनगर पुल के बीच फंसे एक 12 वर्षीय बालक की सकुशल निकासी को लेकर लगातार किया जा रहा प्रयास अंततः सफल हो गया। घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस प्रशासन की टीम के साथ एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची चुकी थी तथा बच्चे की रेस्क्यू के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे थे। बता दें कि खिरियांव गांव के वार्ड 08 निवासी शत्रुधन प्रसाद उर्फ भोला साह का 12 वर्षीय रंजन कुमार तीन भाइयों में माँझील है। जो मानसिक रूप से विक्षिप्त भी है। वो दो दिनों से लापता था। जिसको लेकर परिजनों द्वारा काफी खोजबीन किया गया। लेकिन उसका कहीं भी कुछ पता नही चल पाया। अंततः परिजनों को किसी के द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि उनका पुत्र सोन पुल में फंस हुआ है। जिसके बाद यह खबर आग की तरफ पूरे इलाके में फैल गई तथा मौके पर स्थानीय प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधि एवं भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हो गए। जिसके बाद से हीं बच्चे की सकुशल निकासी को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे थे। लगभग 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेश्क्यु टीम को सफलता हाथ लगी है तथा बच्चे को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है।
वहीं इस घटना की सूचना मिलते ही रालोजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा भी घटनास्थल पर पहुंचकर बच्चे की सकुशल वापसी की कामना करते हुए परिजनों को सांत्वना दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे संकीर्ण जगह पर बच्चे का फंस जाना बहुत ही दुखद है।जबकि घटना को लेकर एनडीआरएफ के सहायक कमांडेंट अभिषेक कुमार ने बताया कि बच्चा काफी क्रिटिकल कंडीशन में फंसा हुआ था। लेकिन हमारी टीम बच्चे तक पहुंच बनाने के लिए जुटी हुई थी जिससे स्पेशल इक्विपमेंट का प्रयोग कर बच्चे को सकुशल बाहर निकला जा सके।

बेटे को देखने के लिए भूखे प्यासे बैठी रही मां

मासूम रंजन की मां बुधवार की दोपहर से हीं अपने पुत्र को देखने के लिए लालाईत है। अपने बेटे के इंतजार में वो दिनभर भूखे प्यासे इसी आस में बैठी रहीं कि मेरे आंखों का तारा व मेरे सीने का लाल कब इस पाया से बाहर निकलकर मां को आवाज़ देगा। बेटे की इस जुदाई में मां के आंसू भी सुख गए। मां के नजदीक रहने वाला बेटा आज जिंदगी की कठिन लड़ाई लड़ रहा था। लेकिन बच्चे के बाहर आते हीं मां के चेहरे पर अलग खुशी देखने को मिली।

रंजन को देखने के लिए उमड़ी भीड़

सोन पुल के पाया में फंसे मासूम रंजन को देखने के लिए नासरीगंज प्रखण्ड के अतिमीगंज, जमालपुर, महादेवा, पोखराहा, बरडीहा, मंगराव, खिरियांव समेत अन्य प्रखण्ड के काफी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा थे। ग्रामीणों की इतनी भीड़ इकट्ठी हो गई कि प्रशासन को पुलिस बल की तैनाती करनी पड़ी ताकि रेश्क्यु में किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो। फिर भी ग्रामीण रंजन की एक झलक देखने के लिए उतावले रहे।

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