नगर आयुक्त कार्यालय में पार्षदों ने की तालाबंदी, मुख्य द्वार को बंद कर नगर प्रशासन मुर्दाबाद के लगाए नारे
दिवाकर तिवारी ।
रोहतास। नगर निगम सासाराम में शनिवार को आयोजित बैठक के दौरान नगर आयुक्त एवं नगर निगम के जनप्रतिनिधियों के बीच जमकर हंगामा देखने को मिला। दरअसल नगर निगम के अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के बीच बीते कई दिनों से विवाद चल रहा है। जिसके कारण शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है तथा विकास कार्य भी अवरुद्ध हो गए हैं। बता दें कि शनिवार को नगर निगम के सभागार में नगर आयुक्त एवं जनप्रतिनिधियों के बीच एक बैठक चल रही थी। इसी दौरान प्रशासनिक कैमरे को देख मेयर सहित सभी पार्षद भड़क उठे तथा बैठक का बहिष्कार करने लगे। इस दौरान कैमरे को लेकर नगर आयुक्त तथा नगर निगम के जनप्रतिनिधियों के बीच जमकर हंगामा भी हुआ। जिसके बाद सभी जनप्रतिनिधि सभागार से बाहर निकल गए और कुछ देर तक हो हल्ला के पश्चात नगर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मामला यहीं नहीं थमा नगर निगम के सामने जीटी रोड पर मेयर, उपमेयर एवं पार्षद निगम कार्यालय के मुख्य द्वार को बंद कर बैठ गए। वहीं हो-हल्ला को देखते हुए नगर आयुक्त यतेन्द्र कुमार पाल नगर निगम से निकल पड़े। जिसके बाद जनप्रतिनिधियों ने नगर आयुक्त के कार्यालय में तालाबंदी कर दी।
इधर सूचना पाकर एसडीएम मनोज कुमार, एसडीपीओ संतोष कुमार राय तथा नगर थानाध्यक्ष भी अपने दल बल के साथ पहुंच गए तथा आक्रोशित जनप्रतिनिधियों को समझाने बुझाने का प्रयास किया जाने लगा। लेकिन आक्रोशित जनप्रतिनिधि नगर निगम के पदाधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। जनप्रतिनिधियों का आरोप था कि नगर निगम के पदाधिकारी जनता के टैक्स के पैसों का अपने ऐसो आराम में खर्च कर रहे हैं तथा शहर के विकास कार्यों को भी बाधित किया जा रहा है।
इस संदर्भ में नगर निगम की मेयर काजल कुमारी का आरोप है कि बिना संपुष्टि के बैठक की वीडियोग्राफी कराना उचित नहीं है।
जबकि नगर आयुक्त यत्येंद्र कुमार पाल ने बताया कि सभी तरह के बैठक में प्रशासनिक कैमरा लगा रहता है यह कोई नई बात नहीं है।
गौरतलब हो कि बिहार में मॉनसून के दस्तक देने में लगभग 1 महीने से भी कम समय बचा हुआ है तथा शहर की दुर्दशा किसी से छिपी हुई नहीं है। ऐसे में नगर आयुक्त और पार्षदों के बीच विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है। क्योंकि बरसात नजदीक है और अब तक न तो मुख्य नाले की सफाई हुई है और न हीं गलियों में नालियों की। शहर की जनता पेयजल गंदगी समेत तमाम असुविधाओं से परेशान है लेकिन अधिकारी और जनप्रतिनिधि आपस में कमीशन के लिए खींचातानी कर रहे हैं जिसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है।