रूबरू-6 पटना में 30 अप्रैल को शेर, शायरी और ग़ज़ल की महफ़िल सजेगी
एस के राजीव ।
ऽ सजेगी ग़ज़ल, शेर और नज्म की खूबसूरत महफ़िल।
ऽ शायर अज़्म शाकरी एवं सपना मुलचन्दानी कलाम पेश करेंगे।
ऽ बिहार म्यूजियम में होगा आयोजन।
ऽ नग़मा सहर कवि से डायलाॅग करेंगी।
पटना: आगामी 30 अप्रैल को राजधानी में शेर, शायरी और ग़ज़ल की महफ़िल सजेगी। दरअसल इस दिन एडवांटेज रूबरू के छठे संस्करण का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें शेरो शायरी की दुनिया के मशहूर शायर अज़्म शाकरी एवं सपना मुलचन्दानी हिस्सा लेंगे। कार्यक्रम का आयोजन बिहार म्यूजियम आॅडिटोरियम, पटना में किया जाएगा।
इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए पटना लिटरेरी फेस्टिवल के सचिव खुर्शीद अहमद ने बताया कि एडवांटेज रूबरू सीरीज का आयोजन पीएलएफ (पटना लिटरेरी फेस्टिवल) के द्वारा कराया जाता है। आगामी 30 अप्रैल को बिहार म्यूजियम के ऑडिटोरियम में शाम 5 बजे से पटना लिटरेरी फेस्टिवल की महफ़िल सजेगी। इस आयोजन में दिल्ली से ताल्लुक रखने वाले उर्दू के बड़े शायरों में शुमार होने वाले अज़्म शाकरी और अजमेर से ताल्लुक रखने वाली उर्दू की बड़ी शायरा सपना मूलचंदानी अपने-अपने कलाम पेश करेंगी। इस दौरान टेलिविजन की मशहूर मॉडरेटर नगमा सहर इन दोनों कवियों से गुफ्तगु करेंगी।
पीएलएफ के प्रेसिडेंट और प्रसिद्ध डॉक्टर ए.ए. हई ने कहा कि जब देश दुनिया कोविड की वजह से पाबंदियाँ को झेल रहा था और समाज में कई बदलाव आ गए थे, लोग काफी मानसिक तनाव से गुजर रहे थे। ऐसे वक्त में इन चीजों से बाहर निकलने के लिए कला का बड़ा अहम रोल रहा। इसी को ध्यान में रखकर हमने इस संस्था की पहल शुरू करने का सोचा। बिहार में आर्ट और कल्चर का सिलसिला शुरू से ही रहा है। हालांकि बीच में यह सिलसिला रुक गया था। राजधानी के गांधी मैदान में उस्ताद बिस्मिल्लाह खान से लेकर कई बड़े कलाकार आया करते थे। फिर हमने सोचा कि इसे फिर से शुरू किया जाए। कोविड के दौरान हम लोगों ने एक छोटी-सी पहल की। अब कोविड कंट्रोल में है। इसलिए इसे खुले मंच में करना चाहते हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि इस आयोजन से एक नया अध्याय शुरू होगा।
खुर्शीद अहमद ने बताया कि 2 घंटे के इस आयोजन में दोनों मशहूर शायर अदब और तहजीब पर बातें करेंगे और शायरी का दौर चलता रहेगा। दर्शक भी इन दोनों से रूबरू हो सकेंगे। आयोजन की खास बात यह है कि इसे काफी खूबसूरती से डिजाइन किया गया है और इसे एडवांटेज सर्विसेज की टीम ने डिजाइन किया है। लिटरेरी फेस्टिवल का शहर के लोग शिद्दत से इंतजार करते हैं।
पीएलएफ के ऑर्गनाइजिंग चेयरमैन फैजान अहमद ने कहा कि 2017-18 में हम सब ने मिलकर पटना लिटरेरी फेस्टिवल बनाया था। इसे बनाने का उद्देश्य बिहार के कल्चर, हेरिटेज और लिटरेचर को फिर से रिवाइव करने का था। क्योंकि इस फील्ड में काम करने वाली जो भी संस्थाएं थीं वह धीरे-धीरे मृतप्राय हो गईं। इसी सोच को लेकर हम सबने पीएलएफ की शुरुआत की थी। इसके पहले पीएलएफ के बहुत ही अच्छे और कामयाब आयोजन हो चुके हैं। हमारे कार्यक्रम के फॉर्मेट को दर्शक पसंद भी करते हैं क्योंकि यह शॉर्ट टर्म का आयोजन होता है। जिसमें लोग अपनी बातों को भी रख सकते हैं।
खुर्शीद अहमद ने कहा कि इस आयोजन को लेकर मीटिंग हुई। जिसमें पीएलएफ के प्रेसिडेंट और मशहूर डॉक्टर ए.ए. हई, ऑर्गेनाइजिंग चेयरमैन फैजान अहमद, फरहत हसन, अनूप शर्मा, फहीम अहमद, एजाज हुसैन, शिवजी चतुर्वेदी, फरहा खान और चंद्रकांता खान उपस्थित रहे। इस दौरान कार्यक्रम की तैयारी को लेकर भी बातें हुई। बता दें कि इस आयोजन के हॉस्पिटैलिटी पार्टनर होटल पाटलिपुत्र इंटरकॉन्टिनेंटल अनिसाबाद, पटना है। खुर्शीद अहमद ने यह भी बताया कि इस आयोजन में एंट्री फ्री रहेगी वैसे अब तक आॅडिटोरियम लगभग फुल हो चुका है।