महापुरुषों एवं गयावासियों के साथ गया नगर निगम के छलावा से लोग दुःखी

मनोज कुमार ।
गया शहर के कई प्रमुख चौराहों, गोलमबरों पर विगत कई वर्षो से सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनो, एवं आमजन लगातार देश, प्रदेश के महापुरुषों की प्रतिमा लगाने की मांग करते आ रहे हैं, तथा गया नगर सरकार एवं इसके आला अधिकारियों द्वारा इसकी मौखिक, काग़ज़ी, तथा मीडिया के माध्यम से घोषणा कर अब उक्त सभी जगहों पर प्रतिमा की जगह स्टील का गोला लगवाने का काम कर रही है, जिससे गयावासियों में भारी मायूसी है ।गया शहर के पूर्वी छोर मुफस्सिल तीन मोहानी पर महान स्वतंत्रता सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह , राय काशीनाथ तीन मोहानी पर आधुनिक बिहार के निर्माता बिहार केशरी, राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री डॉक्टर श्रीकृष्ण सिंह, मिर्जाग़ालिब कॉलेज तीन मोहानी पर पूर्व राष्ट्रपति मिसाइल मैन ए पी जे अब्दुल कलाम , समाहरणालय गोलमबर पर देशरत्न ,देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद, सिकडीया मोड़ गोलमबर पर महान स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम, सर्किट हाउस के दक्षिण गोलमबर पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की प्रतिमा स्थापित करने के बजाय वहां स्टील का गोला लगवाने तथा सौंदर्यीकरण करने का काम किया जा रहा है।

बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, राजीव कुमार सिंह उर्फ लबी सिंह, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युम्न दुबे, शिव कुमार चौरसिया, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद समद, रूपेश चौधरी, राहुल चंद्रवंशी,विनोद उपाध्याय, बाल्मीकि प्रसाद, श्रवण पासवान, उदय शंकर पालित, बलिराम शर्मा, आदि ने गया नगर निगम सरकार , नगर आयुक्त, तथा इसके आला अधिकारियों से सवाल किया है कि वर्षो पूर्व घोषणा, कई बार कागजी कार्रवाई, के बाद ऐसा कौन सा कारण हुआ कि महापुरुषों की प्रतिमा की जगह स्टील गोला लगा कर शोभा की बस्तू बनाई जा रही है।
नेताओं ने कहा कि महापुरषों की प्रतिमा लगवाने हेतु कई राजनीतिक, सामाजिक संगठन गया नगर निगम से केवल स्थल की मांग करते आ रहे हैं, जो मिलने के बाद अपने खर्च से प्रतिमा लगा कर उस स्थान का सौंदर्यीकरण भी करने को तैयार है, जिनकी लिखित सूचना विगत कई वर्षो से सैकड़ों बार गया नगर निगम को दिया गया है, परंतु ना जाने किस परिस्थिति एवं किसके दबाव, या किसके कहने पर गया नगर निगम महापुरुषों की प्रतिमा की जगह स्टील गोला लगवा कर करोड़ों खर्च कर रही है, जबकि इस राशि में शहर के कई आवश्यक विकास के कार्य होते।
नेताओं ने कहा कि गांधी मैदान के पश्चिम छोर पर वर्षो पुराना जयप्रकाश प्रतिमा स्थल प्रांगण के अंदर भी शो स्तंभ बना कर जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा को छिपाने का काम कर दिया है।
नेताओं ने राज्य सरकार एवं गया नगर निगम से गयावासियों की वर्षो पुरानी महापुरुषों की प्रतिमा लगवाने की मांग पूरा करे।