डॉ जगन्नाथ मिश्र ने विपरित परिस्थितियों में भी सदैव राजनीति का उच्चतम मानदंड प्रस्तुत किया है-डॉ विवेकानंद मिश्र

विश्वनाथ आनंद।
गया( बिहार)- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय डॉ जगन्नाथ मिश्र की 87वीं जयंती समारोह मनाया गया. इस दौरान गया के सुप्रसिद्ध आयुर्वेद डॉक्टर विवेकानंद मिश्रा कहा कि स्वर्गीय जगन्नाथ मिश्रा ने अपने जीवन में कितनी ही प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना किया पर इन सब के बावजूद भी अपने सिद्धांत और उद्देश्य के प्रति निष्ठा, समर्पण, विश्वास को यथावत बनाए रखा. यह युक्ति विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े कौटिल्य मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ विवेकानंद मिश्र का. स्थानीय समीरतकिया स्थित अति प्राचीन मंदिर कालीबाड़ी के प्रांगण में तथा डॉ विवेकानंद पथ गोल बगीचा में मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के संस्थापक अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री डॉ जगन्नाथ मिश्रा की 87 वीं जयंती समारोह पूर्वक मनायी गयी. डॉ मिश्र ने कहा कि आज की समस्त समस्याओं के सही समाधान की दिशा डॉ जगन्नाथ मिश्रा जी के सिद्धांत, दर्शन और विचारों में मिलती है.आचार्य राधामोहन मिश्र माधव ने कहा कि आज की उच्छृंखल राजनीति के सम्यक सुधार का उपाय डा.जगनाथ मिश्रा के समाज के सभी वर्गों के प्रति कल्याणकारी, प्रखर, गंभीर विचारों में समाहित है.संरक्षक शिवचरण बाबू डालमिया एवं भाजपा नेता सिद्धनाथ मिश्र ने कहा की डॉक्टर जगन्नाथ मिश्रा ने बिहार के विकास और स्वाभिमान के प्रतीक पुरुष थे.कवि गजेंद्र लाल अधीर ने कहा कि सत्यनिष्ठा, नैतिकता और ईमानदारी का आज के सार्वजनिक जीवन में सर्वत्र अभाव देखा जा रहा है।

जो डा. मिश्र की विचारधारा के विपरीत है। प्रसिद्ध समाजसेवी रूबी कुमारी ने कहा की डॉक्टर साहब ने जो समाज सेवा का दीप जलाया है वह आज भी समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत कालीबाड़ी के साधक तथा मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के वरिष्ठ सदस्य विश्वजीत चक्रवर्ती ने कहा कि आज देश में विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर जिस तरह से नफरत हिंसा और उन्माद फैलाकर अराजकता की स्थिति पैदा की जा रही है वह संपूर्ण समाज के लिए घोर चिंता का विषय है.ऑल इंडिया जूलॉजी साइंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ बी पांडे ने कहा कि मानवता और देश को बचाने के लिए आतंकवाद एवं भ्रष्टाचार का खात्मा डॉक्टर साहब के विचारों से ही संभव है.प्रसिद्ध शिक्षाविद प्रोफेसर उमेश चंद्र मिश्र शिव ने कहा कि राजनीतिक संस्कृति में आ रही गिरावट पर लगाम नहीं लगाने से जनतंत्र का स्वरूप दिन प्रतिदिन विकृत होता जा रहा है. भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के वरिष्ठ पदाधिकारी राजीव नयन पांडे ने कहा कि शिष्टाचार अनैतिकता की बात राजनीति में बेईमानी सी लगती है.इस अवसर पर ज्योतिष शिक्षा शोध संस्थान के निदेशक डॉ ज्ञानेश भारद्वाज, डॉ मंटू मिश्रा, हम के वरिष्ठ नेत्री रीना सिंह, तारा सुमु चक्रवर्ती , चंद्रभूषण मिश्रा, वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेंद्र पाठक, अधिवक्ता उत्तम पाठक, “अद्यतन भारत ” के संपादक रवि भूषण पाठक, रंजीत पाठक ,पवन मिश्रा, चंद्रभूषण मिश्रा , नीरज वर्मा ,कुंदन मिश्रा ,कविता कुमारी, शंभू गिरी, सुमन कुमारी, अनीता देवी, प्रोफेसर रीना सिंह, पुष्पा गुप्ता, पीयूषा गुप्ता, ऋषिकेश गुर्दा, मांडवी गुर्दा , नीलम पासवान, डा. सच्चिदानंद पाठक, योगेश्वर त्रिवेदी, रविभूषण भटृट, विनय लाल टाटक, श्यामाशंकर त्रिपाठी, पूजा कुमारी , धीरज कुमार, रंजना पांडे, मृदुला मिश्रा, डा.किरण पाठक, प्रियंका मिश्रा, विक्रम मिश्रा, डॉक्टर भोला पांडे, हरिद्वार मिश्र , डॉ अकेला, रजनी चावला, रेशमा परवीन, तरन्नुम तारा, नुसरत परवीण, जोगमाया देवी, सुबी गुड्डू बाबू नागमतिया, अमित गोस्वामी, गुप्तेश्वर ठाकुर, रीना पासवान, रानी छाबड़ा, संगीता कुमारी, शांति देवी, फूल कुमारी, सुनीता देवी, अनुपम मिश्रा, मेघा मिश्रा, पार्वती देवी, के अलावे बड़ी संख्या में लोगों ने डॉक्टर साहब के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किया.