कांग्रेस द्वारा किए गए अन्याय को छुपाने के लिए न्याय यात्रा उचित नहीं- मृदुला मिश्रा व कुमारी डिंपल

विश्वनाथ आनंद .
गया (बिहार)- गया जिला के प्रसिद्ध सामाजसेवी मृदुल मिश्रा एवं कौटिल्य मंच की सचिव डिंपल कुमारी ने मीडिया से खास बातचीत के दौरान कहा कि देश में चल रहे ज्वलंत मुद्दे पर लोग कहते हैं, जैसा की प्रचारित किया जा रहा है. कांग्रेस शासन की समाप्ति के बाद कोई ऐसी बड़ी घटना या संवैधानिक सामाजिक दमन नहीं हुआ है, तो फिर क्या कांग्रेस धारा 370 की समाप्ति पर या सर्वोच्च न्यायालय द्वारा राम जन्मभूमि के फैसले के विरुद्ध या देश में सनातन सांस्कृतिक जागरण के उद्घोष के विरोध के लिए न्याय यात्रा कर रही है, इसका क्या उचित है, क्या देश को जाति- पांति उत्तर -दक्षिण में बांटने के लिए? इसके पहले तो एक झूठ की भारत जोड़ो यात्रा कर चुकी थी. उन्होंने संयुक्त रूप से आगे कहा कि आश्चर्य है कि जिसे देश में टुटा हुआ भारत दिखाई देता है, उसे स्पष्ट करना चाहिए कि किस स्तर पर कैसा धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक अन्याय हो रहा है, न्याय कहां, शेष रह गया है? और यदि आजादी के इतने लंबे समय बाद भी देश में समस्याएं या परेशानियां है, तो सबसे बड़ी जिम्मेदारी तो यात्रा आयोजित करने वाली पार्टी की ही है, क्योंकि उसी दल ने लंबे समय तक देश पर शासन किया है . उन्होंने आगे कहा कि 500 साल के बाद भी करोड़ो की आस्था और विश्वास की प्रतीक श्री राम जन्मभूमि का ऐतिहासिक शुभारंभ मंदिर बनाकर हो रहा है तो वहां आयोजित समारोह में सम्मिलित न होने का निर्णय लेना क्या उचित है, जिससे पार्टी का ही बड़ा वर्ग अपने को असहज महसूस कर रहा है ?

अच्छा होता कि कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व न्याययात्रा छोड़कर गठबंधन के घटक दलों के बीच सामंजस बैठाने का काम करता.इससे जिन दलों के बीच वैचारिक मतभेद और महत्वाकांक्षाओं का जो एक टकराव है ,उसका समाधान होता. जिसका जवाब देने में कांग्रेस अभी तक विफल रही है रही है. काश! कांग्रेस इतिहास से सीख लेकर जाति पांति, हिंदू- मुस्लिम उत्तर -दक्षिण में बांटने का प्रयास बंद करती तो पार्टी एवं राष्ट्र का भी भला होता.मृदुल मिश्रा व कौटिल्य मंच की कुमारी डिंपल के बयान का बड़ी संख्या में मंच से जुड़े लोगो ने स्वागत करते हुए जोरदार समर्थन किया है. इनमें प्रमुख रूप से कविता रावत, किरण पाठक, रूबी देवी, सुनीता देवी ,प्रोफेसर रीना सिंह ,डॉक्टर मंटू मिश्रा, डॉ रविंद्र कुमार, डॉक्टर शंभू कुमार ,रंजीत पाठक, पवन मिश्रा ,देवेंद्र नाथ मिश्रा, फूल कुमारी यादव ,विश्वजीत चक्रवर्ती, सुमन देवी, ममता देवी, मोहम्मद सद्दाम, मोहम्मद इरशाद, अनुपम मिश्रा, पूनम कुमारी, प्रियंका मिश्रा ,रजनी चावला, रुकमणी पाठक ,तरन्नुम नुसरत, रेशमा परवीन, शांति देवी, पियूषा गुप्ता ,पुष्पा प्रदीप, गुप्तेश्वर ठाकुर, दीपक कुमार पाठक, अधिवक्ता मंजू देवी, शीला त्रिपाठी, नीरू देवी, चंचला शर्मा, शंभू गिरी ,शारदा साहिब, डॉ राजेंद्र प्रसाद मिश्रा, शांति देवी, अमित गोस्वामी, मनीष कुमार, नीतू सिंह, पूजा कुमारी ,नीलम कुमारी, संगीता कुमारी ,गुड़िया, गीता देवी, कुमारी तारा चक्रवर्ती, वेवी देवी ,मालती देवी, आचार्य अखिलेश मिश्रा, मीना देवी, मांडवी गुर्दा ,पार्वती देवी सहित अन्य लोगों का नाम शामिल है .