उधोग विभाग अपर मुख्य सचिव ने सभी पाचो जिलो अगले माह तक आवेदनों के विरुद्ध हर हाल में शतप्रतिशत लोन वितरित सुनिश्चित करे

धीरज ।

गया।अपर मुख्य सचिव उद्योग विभाग बिहार सरकार संदीप पॉन्ड्रीक की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में मगध प्रमंडल के प्रमंडलीय आयुक्त, सभी जिला पदाधिकारी, सभी उप विकास आयुक्त, जिला उद्योग पदाधिकारी, सभी उद्योग विस्तार पदाधिकारी तथा सभी बैंकों के वरीय अधिकारियों के साथ उद्योग विभाग की विभिन्न योजनाओं के संबंध में प्रमंडलीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई है। गुरुवार के समीक्षा बैठक में उन्होंने आए हुए सभी बैंकों के जोनल तथा स्टेट लेवल के पदाधिकारी का स्वागत किया है। पीएमएफएमई योजना प्रधानमंत्री फोर्मलाईजेशन औफ माइक्रो फुड प्रोसैसिंग इंटरप्राइजेज के समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि विभिन्न बैंकों का विभाग स्तर पर कोऑर्डिनेशन बैठक आयोजित होते रहती है। विभिन्न बैंकों द्वारा योजनाओं के संबंध में क्या प्रगति है इसकी भी लगातार समीक्षा विभाग स्तर से की जाती है। मगध प्रमंडल के क्षेत्र में पीएमएफएमई योजना के तहत फूड प्रोसेसिंग का बहुत अच्छा माहौल है। इस वर्ष 10 हजार लाभुकों को फूड प्रोसेसिंग हेतु लोन देने का लक्ष्य प्रस्तावित है, जिसके विरुद्ध 3 हजार लाभुकों को लोन सैंक्शन किया गया है। सभी बैंक के पदाधिकारी को कहा कि प्रत्येक बैंक हर माह कम से कम 2 से 3 लोन सैंक्शन करें जिससे कम समय में टारगेट को पूर्ण किया जा सके और अधिक से अधिक लोगों को मदद पहुंचा सके। सभी ब्रांच मैनेजर अपने अच्छे विजन से कस्टमर के साथ लोन देने का कार्य करें। फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने में वर्तमान समय में काफी अच्छा इन्वेस्टमेंट है। लोग काफी बढ़-चढ़कर के इसमें सरकार की योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर रहे हैं। उपस्थित सभी बैंकों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिया कि बैंकों में प्राप्त आवेदनों के आलोक में लोन प्रोवाइड करने में तेजी लावे। बताया गया कि नवादा में 149 आवेदन के विरुद्ध 92 लोगों को लोन सैंक्शन किया गया है। जहानाबाद में 131 आवेदन के विरुद्ध 52, गया 400 आवेदन के विरुद्ध 142, अरवल 85 आवेदन के विरुद्ध 22 , औरंगाबाद 222 आवेदन के विरुद्ध 45 लोगों को लोन सैंक्शन किया गया है। इस प्रकार मगध प्रमंडल में कुल 987 प्राप्त आवेदनों में से 353 लोगो को लोन उपलब्ध करवा दिया गया है। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि 25 सितंबर को विभाग स्तर पर कैंप का आयोजन किया गया है। सभी बैंक के अधिकारी उसमें मौजूद रहेंगे और आवेदनों को डिस्पोज करेंगे।जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने बताया कि गया जिले में बैंकों को लगातार काम करने के लिए निर्देश दिया जाता है परंतु यूको बैंक एवं सेंट्रल बैंक में काफी कम प्रगति देखी जा रही है। यह भी बताया कि जिला स्तर पर आयोजित बैठक में बैंकों के रिप्रेजेंटेटिव हर बार अलग-अलग आते हैं, जिसके कारण समीक्षा में थोड़ी कठिनाई होती है।अपर मुख्य सचिव ने सभी बैंकों के वरीय पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी जिले में सभी बैंकों का डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर नामित रहता है ।जो जिला प्रशासन द्वारा आयोजित बैठक में भाग लेते हैं। इसे पूरी अच्छी तरीके से पालन करवाये।पीएमईजीपी योजना के समीक्षा के दौरान बताया गया कि नवादा जिले में 223 आवेदन के विरुद्ध 165 लोगो को लोन सैंक्शन हुए हैं। गया 613 के विरुद्ध 235, जहानाबाद 202 के विरुद्ध 69, औरंगाबाद 342 के विरुद्ध 105, अरवल 128 के विरुद्ध 39 आवेदन सैंक्शन हुए हैं। अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि अक्टूबर माह तक प्राप्त आवेदनों के विरुद्ध हर हाल में शतप्रतिशत लोन वितरित करवाना सुनिश्चित करे।
मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के समीक्षा के दौरान कहा कि गया ज़िले में 775 लोगो ने मशीन संस्थापन के लिए आवेदन किया है जिसके विरुद्ध 623 लोगों को जेड सर्टिफाइड किया गया है। उसी प्रकार औरंगाबाद में 230 के विरुद्ध 75, नवादा 424 में 66, अरवल 91 में 12 एवं जहानाबाद ने 162 के विरुद्ध 12 लोगो को जेड सर्टिफाइड किया है।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को भरपूर मदद करें। गया जिले में पावर लूम का सेक्टर काफी अच्छा सेक्टर है। यहां इंडस्ट्री को और बढ़ावा दिया जा सकता है। इसमें लोगों को पूरी बढ़ चढ़कर सहयोग देना होगा। लुधियाना पुणे के बाद गया जिला चौथा नंबर पर पावर लूम में नाम गिना जाता है। इस प्रकार औरंगाबाद में सबसे अधिक राइस मिल है।