सेब्या आनंद ने रक्षाबंधन के अवसर पर अपने भाई के हाथों की कलाई में बांधी राखी

विश्वनाथ आनंद ।
औरंगाबाद( बिहार)- बिहार के औरंगाबाद में सेब्या आनंद ने रक्षाबंधन के अवसर पर अपने भाई के हाथों की कलाई में राखी बांधकर देश प्रेमियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दिया है. बताते चलें कि रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों ने सुबह से ही अपने भाई की रक्षा, सुख ,शांति , की कामना को लेकर मंदिरों में पूजा अर्चना किया. वही भाइयों ने भी अपनी बहन की सदैव सुरक्षा प्रदान करने के लिए ईश्वर से कामना किया . सेव्या आनंद ने कहा कि रक्षाबंधन भाई बहन के असीम प्रेम व अटूट रिश्ते का प्रतीक महापर्व है . उन्होंने आगे कहा कि चंदन का टीका रेशम का धागा सावन की सुगंध बारिश की फुहार भाई की उम्मीद बहन का प्यार मुबारक हो आपको यह रक्षाबंधन का त्यौहार. उन्होंने आगे कहा कि रक्षाबंधन की पावन रित भाई बहन के लिए सबसे सुहानी है. बहन का टीका लगाना भाई की स्मृद्धि की निशानी है. राखी बांधना भाई की तकदीर सुख शांति से सजानी है . मीठा खिलाना मिठास से दोनों को एक प्रीत निभाई है. उन्होंने आगे कहा कि कच्चे धागों से बनी डोर है राखी, प्यार और मीठी शरारतों की होड़ है राखी, भाई की लंबी उम्र की दुआ है राखी ,बहन के प्यार का प्रतीक है राखी. उन्होंने संस्कृत के श्लोक में कहा है कि जनेन विधिनायस्तु रक्षाबंधन माचरेत l
स सर्वदोष रहित सुखी संवत सरे भवेत ll
उन्होंने अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र अर्थात राखी बांधकर संस्कृत का श्लोक का उच्चारण करते हुए कहा कि ऊं ऐन बद्धा बली राजा दानवेंद्रो महाबल:, तेन त्वामपि बधनामि रछो मा चल मा मा चल. ऐसे तो रक्षाबंधन के अवसर पर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भी हर्षोल्लास के साथ बहनों ने अपने भाई के कलाई में रक्षा सूत्र बांधकर राखी का महापर्व मनाया . वही खुशी में एक दूसरे को मिठाई खिलाकर राखी का महापर्व संपन्न हो गया .