दो दिवसीय सौर धर्म सम्मेलन/मग महोत्सव की शुरुआत सूर्यकुंड से जल भर की गई

मनोज कुमार ।

गया के स्थानीय विष्णुपद प्रक्षेत्र के अशोक अतिथि निवास के सभागार में दो दिवसीय सौर धर्म सम्मेलन/मग महोत्सव की शुरुआत सूर्यकुंड से जल भर की गई।
आयोजन समिति के आचार्य मुकेश मिश्र और आचार्य अरूण मिश्र “मधुप” ने बताया कि यह सौर धर्म सम्मेलन/मग महोत्सव 08,09,अप्रैल दो दिनों तक चलता रहा। महोत्सव के मुख्य अतिथि श्रीदेव मिश्र मुख्य अर्चक काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी ने कहां की
दृष्टिगोचर हो रही है। समाज में व्याप्त विभिन्न कुरीतियों का विस्तार से चर्चा करते हुए खासकर उन्होंने बड़े जोर देकर तिलक दहेज जैसी दानवी शक्ति से मुक्ति के लिए युवाओं को आगे आने की सलाह दी। लोगों को प्रेरित किया। श्रद्धेय के आह्वान पर दर्जनों व्यक्तियों ने दहेज न लेने की शपथ लिया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में विभिन्न राज्यों से पधारेलोगों ने भाग लिया। प्रमुख रूप से सम्मेलन को संबोधित करने वाले लोगों में सत्यदीप शर्मा प्रदीप शर्मा जी कमलेश पुण्यार्क गुरुजी, राजस्थान से रेखा शर्मा, कैलिफोर्निया उमा शर्मा राजेश्वर शर्मा पोखरण, डॉ रामकृष्ण आचार्य मुकेश मिश्र, भाजपा के वरिष्ठ नेता सिद्धनाथ मिश्र,आचार्य अरुण मिश्र मधुप ,भास्कर बाबा ,पंडित गणेश दत्त मिश्रा, सोनी मिश्रा, डॉक्टर मनोज मिश्र पद्मनाभ, शिव बल्लभ मिश्रा, श्रीमती नीलम मिश्रा,विश्वशांति प्रचारक, सुखदेव मिश्र ,प्रतीक कुमार मिश्रा, नंदन कुमार मिश्रा ,कमला कांत पाठक ,यामिनी भूषण मिश्र ,गोविंद पाठक यादी उल्लेखनीय हैं। मंच का संचालन डॉक्टर हेरंब मिश्रा ने किया। सौर महासम्मेलन में
भारत के जोधपुर,बीकानेर,डूंगरपुर,उड़ीसा, पुना सहित और भी विभिन्न प्रांतों से चलकर मग बंधु पहुंचे हुए थें। साथ ही साथ कैलिफोर्निया ,बहरीन , आदि से लोग पहुंचकर सौर धर्म सम्मेलन/मग महोत्सव को सफल बनाने में अपनी अपनी अहम भूमिका निभा रहे थें। जिसमें मग समाज की विसंगतियां और उसके समाधान पर परिचर्चा की गई। संध्या काल में संगीत संध्या और काव्य संध्या में गायक और कवियों ने अपनी प्रस्तुती दी।
संगीत संध्या में हिंदी भोजपुरी के पार्श्व गायक प्रवाल रंजन सम्प्रति मुंबई, सहित सुश्री अनुज्ञा शर्मा चतरा झारखंड,गणेश दत्त मिश्र गया ,खुशी पाठक, विजया पुण्यार्क,प्रतीक कुमार मिश्र औरंगाबाद,ने अपनी अपनी सुरों से महोत्सव में समा बांध दिया । वहीं
काव्य संध्या में डॉक्टर हेरंब मिश्र जिला मंच संचालक औरंगाबाद, मनोज मिश्र “पद्मनाभ” उमा शर्मा पुणे महाराष्ट्र,संजय मिश्र “अणु” बलिदाद अरवल, श्रीमती स्वस्तिका कुमारी, दमन लक्ष्यद्वीप,चंदन मिश्र औरंगाबाद ने अपने अपने काव्यों से श्रोताओं का मन मुग्ध कर दिया।

सभी को प्रशस्ति पत्र ,शॉल, मग दीपिका पुस्तक देकर सम्मानित किया गया।
आज सुबह सूर्य कुंड में आगत अथितियों ने तर्पण विष्णुपद पूजन कर महोत्सव में पुनः शिरकत की दो पहर को मग धर्म संसद की कार्यकारणी के गठन और भोजनोपरान्त मग एकता का संकल्प दुहराते हुए सभी ने नम आंखों से एक दूसरे से मिल कर विदा हुए।