उमंगा पहाड़ पर श्री उमंगेश्वरी शतचंडी महायज्ञ को लेकर विद्वान पंडितों, श्रद्धालुओं,भक्तों ने कलश यात्रा का किया आयोजन

विश्वनाथ आनंद ।
औरंगाबाद (मगध बिहार)- बिहार के औरंगाबाद स्थित मदनपुर प्रखंड के उमंगा पहाड़ पर शतचंडी महायज्ञ को लेकर भक्तों श्रद्धालुओं एवं विद्वान पंडितों ने कलश यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया . इस दौरान उपस्थित महिला ,पुरुष सहित अन्य भक्तों, श्रद्धालुओं ने माथे पर कलश लेकर पहाड़ की चोटी पर माता रानी उमंग ेश्वरी की जय घोष करते हुए पहुंचकर पूजा अर्चना किया . इस संबंध में श्री उमंग ेश्वरी मंदिर के मुख्य पुजारी बालमुकुंद बाबा उर्फ ताराशंकर बाबा (महाकाल चक्राचार्य) ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि निर्धारित तिथि के कार्यक्रम के अनुसार 1 अप्रैल 2023 दिन (शनिवार )को कलशयात्रा, पंचांग पूजन, मंडपप्रवेश ,अग्नि ,प्राकट्य पाठ प्रारंभ किया गया . उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक दिन रात्रि में प्रवचन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगी . उन्होंने आगे कहा कि 5 अप्रैल 2023 दिन बुधवार को यज्ञ पूर्णाहुति एवं विशाल भंडारा का आयोजन किया जाएगा . उन्होंने आगे कहा कि आदिशक्ति मां उमंग ेश्वरी की असीम अनुकंपा एवं श्रद्धालुओं, भक्तों के सहयोग से शतचंडी विराट महायज्ञ का आयोजन प्रारंभ किया गया है . उन्होंने जिले के सभी धर्म प्रेमियों, भाइयों एवं श्रद्धालुओं ,भक्तों से अपील करते हुए गुजारिश किया है कि शतचंडी महायज्ञ में उपस्थित होकर यज्ञ का लाभ उठावे . उन्होंने आगे कहा कि उमंगा पहाड़ के श्री उमंग ेश्वरी पीठ के प्रांगण में कलिकाल के समस्त दैहिक, वैदिक एवं भौतिक तापो के निवारण हेतु कलश स्थापना पूजन तथा मां की आराधना द्वारा निविध मनोकामनाओं के प्रति एवं विश्व कल्याण की भावना के लिए विराट यज्ञ का आयोजन किया गया है . उन्होंने आगे कहा कि इस कार्यक्रम में भारत के ख्याति प्राप्त संत महात्माओं का शुभआगमन हुआ है .उन्होंने आगे कहा कि श्रद्धालुओं, भक्तों एवं आगंतुकों के लिए सभी सुविधा मुहैया कराई गई है .उन्होंने आगे कहा कि भक्तों, श्रद्धालुओं द्वारा मंदिरों को रंगीन कागजों, वोल्वो सहित विभिन्न प्रकार के वस्तुओं से सजाया एवं संवारा गया है .जो आगंतुकों, श्रद्धालुओं, भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है . उन्होंने आगे कहा कि जो श्रद्धालु, भक्त, यज्ञ में एवं माता के दरबार में सच्चे ह्रदय से मनोकामनाओ को लेकर आशीर्वाद प्राप्त करने हेतु पहुंचते हैं . माता रानी उनकी सभी मनोकामनाओ को पूर्ण करती है ।