अधीक्षण अभियंता बिजली विभाग को निर्देश दिया कि 24 घंटे के अंदर गोपालपुर पंचायत में

धीरज ।

गया। शेरघाटी अनुमंडल क्षेत्र में पेयजल समस्या से संबंधित आ रही शिकायतों पर जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन ने आज स्वयं शेरघाटी पहुंचकर पेयजल समस्या के निराकरण हेतु अधिकारियों के साथ घूम कर वस्तु स्थिति से अवगत हुए एवं अनुमंडल कार्यालय में बैठकर शेरघाटी अनुमंडल के पूरे क्षेत्र में किन-किन पंचायतों या टोला में वर्तमान समय में पेयजल की समस्या है, के संबंध में विस्तार से समीक्षा किए हैं। शेरघाटी के गोपालपुर पंचायत में महीनों से बंद पड़े नल जल योजना का जायजा लिया जायजा लेने के दौरान बताया गया कि उक्त जल मीनार में प्रीपेड बिजली मीटर लगने के पश्चात बिजली का भुगतान नहीं होने के कारण बिजली कटी हुई है जिसके कारण यह योजना बंद है इसके साथ ही साथ या भी बताया गया कि कुछ कुछ स्थानों पर तकनीकी खराबी पाइप फटने इत्यादि कारण से यह योजना बंद है। जिला पदाधिकारी ने सभी समस्याओं को काफी बारीकी से सुनते हुए कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद शेरघाटी को निर्देश दिए हैं कि अगले 10 दिनों के अंदर नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत जितने भी नल जल योजना का स्कीम बंद है उसे अच्छी तरीके से योजना का संयुक्त रूप से जांच करते हुए वर्तमान स्थिति दर्शाते हुए प्रतिवेदन तैयार करें और उसे हैंडोवर लेते हुए पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराएं उन्होंने कहा कि पूर्व वर्षो की तुलना में इस वर्ष अप्रैल माह के प्रारंभ से ही अधिक गर्मी पड़ने का पूर्वानुमान है इस स्थिति में आम जनजीवन को जल संकट से जूझना ना पड़े इसके लिए पूरी तैयारी आप सभी पदाधिकारियों से अपेक्षित है। उपलब्ध संसाधन को ध्यान में रखते हुए युद्ध स्तर पर पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त रखें।
इसके बाद स्थानीय लोगों ने बताया कि शेरघाटी प्रखंड के उधम बीघा में पेयजल का बोरिंग रहने के बावजूद बिजली की कोई व्यवस्था नहीं रहने के कारण जलापूर्ति बाधित है जिला पदाधिकारी ने अधीक्षण अभियंता बिजली विभाग को निर्देश दिया कि 24 घंटे के अंदर गोपालपुर पंचायत तथा उधम बीघा में बिजली आपूर्ति की क्या व्यवस्था की जा सकती है का आकलन करते हुए रिपोर्ट उपलब्ध करवाने का निर्देश दिए हैं। इसके बाद शेरघाटी अनुमंडल कार्यालय पहुंचकर शेरघाटी अनुमंडल क्षेत्र में पेयजल की समस्या से निजात हेतु संबंधित पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए वस्तुस्थिति से अवगत हुए हैं। कार्यपालक अभियंता पीएचईडी शेरघाटी ने बताया कि सर घाटी अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत लगभग 2 से 3 फीट एवरेज भूगर्भ जलस्तर में कमी आई है। वर्तमान में भूगर्भ जलस्तर औषतम 32 फीट है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया कि पीएचइडी बंद पड़े योजना, छुटा हुआ टोला, वैसी योजना जिसमें कांट्रेक्टर योजना छोड़कर फरार हैं, वैसी योजना जो छोटी-छोटी समस्याओं के कारण बंद है या बोरींग फेल है, उन सभी बंद पड़ी योजनाओं को युद्ध स्तर पर फंग्शनल करवाएं। शेरघाटी अनुमंडल क्षेत्र में जितने भी ड्राई वार्ड अर्थात वैसा वार्ड जहां बार-बार बोरिंग फेल हो जा रहा है उन वार्डो एवं टोलो में पेयजल आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था का प्लान तैयार करें। इस वर्ष गर्मी को ध्यान में रखते हुए शत प्रतिशत दोनों में किस प्रकार से हर घर तक पानी उपलब्ध कराया जाए इसके लिए अभी से ही प्लान तैयार कर घर-घर पानी उपलब्ध करवाएं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पूरी पारदर्शिता से चापाकल मरम्मत का कार्य करवाएं हर हाल में 15 अप्रैल तक शत-प्रतिशत चापाकल मरम्मत करवाना सुनिश्चित करें। अनुमंडल पदाधिकारी एवं भूमि सुधार उप समाहर्ता को निर्देश दिया कि जिन जिन तो लो या वार्ड से पेयजल की मेजर समस्या सामने आ रही है उसकी पूरी जानकारी लेते हुए समस्या को समाधान करवाते रहें।
हीटवेव की तैयारी को पूरी अच्छे तरीके से रखने का निर्देश दिए हैं। इस पर कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक चेक लिस्ट तैयार किया गया है। जिसके अनुरूप सभी प्रखंडों में तैयारियां अपेक्षित है। इसका समय-समय पर जांच अनुमंडल पदाधिकारी करना सुनिश्चित करेंगे।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त विनोद दुहन, अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी, भूमि सुधार उप समाहर्ता शेरघाटी, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद शेरघाटी, प्रखंड विकास पदाधिकारी शेरघाटी, कार्यपालक अभियंता पीएचईडी शेरघाटी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।