फोरलेन निमार्ण में घर गए हो गए महीनों,अबतक नहीं मिला जमीन का पर्चा

संतोष कुमार ।

प्रखण्ड क्षेत्र के करीगांव मोड़ के समीप फोरलेन निर्माण व टोल प्लाजा के निर्माण के दौरान दर्जनों महादलित परिवारों का घरों को ध्वस्त किया गया।वहीं 12 परिवारों में 8 परिवारों को अंचलाधिकारी अनिल प्रसाद के द्वारा पर्चा दिया गया।किन्तु शेष चार परिवारों को अबतक जमीन का पर्चा नहीं दिया गया है।जिससे आवास विहीन परिवारों का जीना दूभर हो गया है।गांव के लोगों द्वारा उनके अस्थाई झोपड़ी को बलपूर्वक गाली-गलौज,छेड़छाड़ व मारपीट कर उखाड़कर फेंक दिया जा रहा है।पीड़ित परिवार न्याय के लिए अंचल कार्यालय व थानों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।पीड़ित महिला पुतुल देवी,सीमा देवी,लक्ष्मीनिया देवी आदि ने बताई कि हमलोग चार परिवारों को अंचलाधिकारी द्वारा सरकार की ओर से मिलने वाली तीन-तीन डिसमिल जमीन का पर्चा नहीं दिया गया है।हालांकि उन्हें अंचलाधिकारी द्वारा मौखिक रूप से पर्चा नहीं दिए जाने तक बिहार सरकार के जमीन में रहने को कहा गया है।पीड़ित परिजनों ने बताया कि वे लोग परिवार समेत झुग्गी-झोपड़ी देकर बिहार सरकार के जमीन पर सड़क किनारे रह रहे थे।इसी बीच शनिवार की सुबह लगभग 8 बजे करीगांव निवासी कामेश्वर मोदी व उनके पुत्र रंजीत मोदी,अमित मोदी व संतोष मोदी,जहिन्दर मोदी व उनके पुत्र कैलू मोदी, रंजीत मोदी के पुत्र सूरज मोदी, मौजी मोदी के पुत्र रतन मोदी व पप्पू मोदी,श्री मोदी के पुत्र बब्लू मोदी व मनीष मोदी एवं प्रेम सिंह के पुत्र विपिन सिंह ने हमलोगों को गाली-गलौज करते हुए घर में घुस गया।साथ ही घर में रखे समान को बाहर इधर-उधर फेंक दिया।साथ ही अस्थाई झुग्गी-झोपड़ी को भी ध्वस्त कर दिया।पीड़ित परिजनों द्वारा विरोध करने पर महिलाओं व नवयुतियों के साथ छेड़छाड़ करते हुए मारपीट करने लगा।साथ ही कहा कि ये जमीन हमारी है।तुमलोग को यहां नहीं रहने देंगे।पीड़ित परिजनों द्वारा इसकी शिकायत अंचलाधिकारी व थाना को दी गई।थाना से गश्त कार्ड ही टीम घटनास्थल पर आता देख सभी लाठी-डंडे खेत के पास फेंक दिए।पुलिस द्वारा उक्त लोगों को समझाबुझाकर शनिवार को लगने वाले जनता दरबार में कागजातों के साथ आने को कहा।पीड़ित परिजन थाना परिसर पहुंचे।किन्तु आरोपियों द्वारा पुनः शनिवार की दोपहर में बचे झोपड़ियों को बलपूर्वक ध्वस्त कर दिया।पीड़ित महिला पुतुल देवी द्वारा रविवार को थाना को लिखित आवेदन देकर दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की बात कही।किन्तु थाना में मौजूद पुलिस पदाधिकारी द्वारा पीड़ित महिला को अंचलाधिकारी से मिलकर अग्रतर कार्रवाई करने की बात कही गई।अब टोल प्लाजा निर्माण से विस्थापित पीड़ित परिवारों के समझ में नहीं आ रहा है कि वे न्याय के लिए किस कार्यालय का चक्कर लगाएं।ताकि गांव के दबंगों द्वारा उन्हें बार-बार उन्हें बेवजह परेशान न किया जाए।वहीं पीड़ित परिजनों ने बताया कि बीते महीनों से जमीन का पर्चा दिए जाने को सिर्फ कहा जा रहा है।किंतु आजतक उन्हें पर्चा नहीं दिया गया है।वहीं प्लॉट संख्या 155 जिस पर वे लोग अस्थाई रूप से रह रहे हैं।उसे आरोपियों द्वारा अपना बताकर जबरन बाउंड्री भी दिया जा चुका है।किंतु उक्त जमीन के कागजात अंचलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया है।वहीं छोटू राजवंशी व विनय राजवंशी ने बताया कि अपने परिवार के साथ न्याय के लिए वे दर-दर ठोकरें खाने को मजबूर हैं।पीड़ित परिजनों द्वारा जिलाधिकारी समेत अन्य वरीय पदाधिकारी के पास जाकर न्याय की गुहार लगाएंगे।

क्या कहते हैं अंचलाधिकारी

अंचलाधिकारी अनिल प्रसाद ने बताया कि टोल प्लाजा व फोरलेन निर्माण में कुछ विस्थापित परिवारों को करीगांव में बिहार सरकार की तीन-तीन डिसमिल भूमि देकर बसाया गया है।वहीं शेष परिवारों को पर्चा देने हेतु कार्य जारी है।जल्द ही जांच-पड़ताल के बाद शेष विस्थापित परिवारों को जमीन का पर्चा दिया जाएगा।