टिकारी अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय का न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह ने किया उद्घाटन

विश्वनाथ आनंद ।
टेकारी (गया बिहार)- टेकारी अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय का विधिवत उद्घाटन माननीय उच्च न्यायालय पटना के न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह ने फीता काटकर व दीप प्रज्वलित कर किया . इस दौरान उपस्थित अतिथियों को स्वागत गान गाकर बुके व मोमेंटो देकर भव्य तरीके से स्वागत किया गया . ऐसे तो व्यवहार न्यायालय टिकारी को दुल्हन की तरह सजाया गया था . उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह ने कहा कि टिकारी का पौराणिक इतिहास रहा है . उन्होंने आगे कहा कि गया जिला मोक्षदायिनी , ज्ञानस्थली का स्थान है . उन्होंने आगे कहा कि टिकारी में व्यवहार न्यायालय हो जाने से आम लोगों को काफी राहत मिलेगी . उन्होंने आगे कहा कि अधिवक्ताओं का सहयोग से व्यवहार न्यायालय सुचारू रूप से चलेगा . वहीं दूसरी तरफ मामलों के निष्पादन में भी तेजी आएगी . उन्होंने आगे कहा कि माननीय उच्च न्यायालय पटना में टिकारी के न्यायमूर्ति के पद पर कई लोगों का नाम शामिल है , जिन्होंने अपना अहम योगदान दिया है . वही स्वागत संबोधन बिहार सरकार के विधि विभाग के विशेष सचिव ज्योति रूप श्रीवास्तव द्वारा सरकार की अधिसूचना पढ़ी गई . इस दौरान महिला न्यायिक दंडाधिकारी एवं जिला पदाधिकारी सहित अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित थे . वही मुख्य अतिथियों द्वारा न्यायालय परिसर का भ्रमण करने के उपरांत पौधारोपण कार्यक्रम किया गया .
अनुमंडलीय बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव सह वरीय अधिवक्ता राजेश कुमार द्विवेदी, व अधिवक्ता सौरभ कुमार ,नवीन कुमार मिश्रा, अनिल कुमार, मोहम्मद माइकल मसूदी, राजेंद्र प्रसाद ,राजू सिंह ,देवदास, अखिलेश सिंह, परशुराम सिह इंद्रजीत कुमार, सहित दर्जनों अधिवक्ताओं ने कहा कि टिकारी में अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय की मांग कई वर्षों से अधिवक्ताओं एवं टिकारी वासियों द्वारा की जा रही थी, जिसका सपना आज पूरा हो गया . जिससे अधिवक्ताओं एवं टेकारी वासियों में काफी खुशी एवं उत्साह है .अनुमंडलीय बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव राजेश द्विवेदी ने न्यायालय से गुहार लगाते हुए कहा है कि न्यायालय में क्षेत्रीय भाषा का उपयोग यदि की जाती है तो वादों के निपटारा करने के दौरान लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी . उन्होंने आगे कहा कि अंग्रेजी भाषा का उपयोग होने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को समझने में काफी कठिनाई होती है . उन्होंने आगे कहा कि अधिकांश मामले न्यायालय में गरीब, गुरबा, दबे कुचले ,दलित महादलित सहित अन्य लोगों का होता है . यह कार्यक्रम टिकारी के रेफरल अस्पताल के पुराने बिल्डिंग में अस्थाई रूप से टिकारी अनुमंडलीय व्यवहार न्यायालय का शुभारंभ किया गया .