ओजस्विनी एवं राष्ट्रीय महिला परिषद द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी समारोह में थिरक उठे नन्हे-मुन्हे बच्चे
विश्वनाथ आनंद ।
गया( बिहार )-अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद की महिला शाखा ओजस्विनी एवं राष्ट्रीय महिला परिषद की ओर से हर वर्ष की भाँति इस वर्ष भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर “संगीत तथा नृत्य प्रतियोगिताओं” का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता ओजस्विनी की गया जिला अध्यक्ष डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी एवं राष्ट्रीय महिला परिषद की अध्यक्ष मधु शर्मा ने संयुक्त रूप से किया. तीन बार ओंकार के उच्चारण के उपरांत कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि वार्ड पार्षद सारिका वर्मा, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता राखी कश्यप एवं कृष्णा नर्सरी, बोधगया की शिक्षिका सरिता सिन्हा, डॉ रश्मि प्रियदर्शनी, मधु शर्मा, शशिकांत मिश्र, प्रांत महामंत्री राष्ट्रीय बजरंग दल, मुक्तामणि, कार्याध्यक्ष, राम बारिक, विभाग महामंत्री, अहिप, मुकेश कुमार, जिला मंत्री, राष्ट्रीय बजरंग दल, अमीषा भारती, जिला मंत्री, ओजस्विनी, रजनी त्यागी, जिला संरक्षक, राष्ट्रीय महिला परिषद, सुनील बंबइया, सामाजिक कार्यकर्ता, आनंद जी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन करके किया। श्रीकृष्ण को समर्पित भजन गाये गये. डॉ. रश्मि, मधु शर्मा एवं नीलम मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र प्रदान करके किया.तत्पश्चात रंग-बिरंगे परिधानों में श्रीकृष्ण, श्रीराधा और गोप-गोपियों का सलोना रूप धारण करके नन्हे-मुन्हे बच्चों ने संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिताओं में कृष्णभक्ति में डूबे भजन, गीत, एवं मनभावन नृत्यों की प्रस्तुति दी. समारोह में नन्हे-मुन्हे बच्चे श्री कृष्ण भजन की मोहक धुन पर थिरक उठे। छोटे बच्चों ने श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र पर प्रकाश भी डाला. प्रतियोगिता में राधिका को प्रथम, श्रद्धा को द्वितीय, पल्लवी एवं राघव को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। सार्थक, सानु भास्कर, शशि सिन्हा, रुद्राक्ष, शारदा, राशि, हैप्पी, विभु, मनीषा, श्रुति व प्रिया की भी प्रस्तुति बड़ी ही सुंदर तथा मनहर रही.ओजस्विनी जिला अध्यक्षा डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी व मंचासीन अतिथियों ने नन्हे-मुन्हे सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान करके सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन ओजस्विनी की जिला मंत्री अमीषा भारती ने किया.
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए ओजस्विनी अध्यक्षा डॉ. रश्मि ने कहा कि ओजस्विनी सहित समस्त अंतरराष्ट्रीय हिंन्दू परिषद परिवार की ओर से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के सुअवसर पर नन्हे-मुन्हे बच्चों के लिए यह कार्यक्रम प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है, जिसका मूल उद्देश्य भावी पीढ़ी को महान हिन्दू संस्कृति, गौरवशाली इतिहास एवं सुंदर भारतीय त्योहारों व रीति-रिवाजों से जोड़ना है। बच्चों को लीला पुरुषोत्तम योगीराज श्रीकृष्णचंद्र के महान व्यक्तित्व से परिचित करवाते हुए उनमें साहित्य, संगीत, नृत्य तथा वक्तृत्व कला के प्रति रुचि जगाना है। अपनी कविता की पंक्ति “आओ कान्हा, तुम्हें धरा फिर से इक बार बुलाती है। कलियुग के प्रकोप से पीड़ित मानवता अकुलाती है” द्वारा ओजस्विनी अध्यक्षा ने छोटे बच्चों से अपने भीतर निहित युवा कृष्ण अर्थात “कान्हा” के समाजोपयोगी गुणों को जगाने की बात कही। कार्यक्रम में ओजस्विनी की महामंत्री शिल्पा साहनी, रतन गायब, सौरभ सिंह, विकास कुमार, नीलम मिश्रा, अर्पणा मिश्रा, श्रुति, इंदु प्रजापति, सरिता त्रिपाठी, रूबी वर्मा, मुन्नी देवी, सविता देवी, सानवि भास्कर, कशिश कुमारी, अर्पणा कुमारी, श्वेता रानी आदि की उपस्थिति रही।