पटना नगर निगम के महापौर व नगर आयुक्त में भ्रष्टाचार को लेकर चल रहे विवाद के बिच पीस रहे हैं निगम कर्मी
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पटना नगर निगम के महापौर व नगर आयुक्त में भ्रष्टाचार को लेकर चल रहे विवाद के बिच पीस रहे हैं निगम कर्मी। पटना नगर निगम चतुर्थवर्गीय कर्मचारी महासंघ के प्रधान महासचिव सह बिहार राज्य सफाई मजदूर यूनियन के अध्यक्ष नन्द किशोर दास, संघ के अध्यक्ष राम सिंह, उपाध्यक्ष देव नाथ सिंह, संयुक्त सचिव राजेश पासवान ने , मिथलेश भारती , देवराज कुमार आदि ने कहा कि पटना नगर निगम में नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर तीन साल से अधिक जमें रहना एवं चार माह से सशक्त स्थाई समिति का बैठक नहीं करना भ्रष्टाचार का नमूना है महापौर व नगर आयुक्त अपने अपने मनपसंद एजेंसी को रखना चाहते हैं और मजदूरों से मनमानी ढंग से कम वेतन में काम करना चाहते हैं।
संघ के नेताओं ने कहा है कि चार अक्टूबर 2023 को हुए समक्षौते में निजी एजेंसी कर्मियों को निगम द्वारा सिधे वेतन भुगतान करने का निर्णय लिया गया था सितंबर 2024 में सेवा निवृत्त कर्मियों के बकाया सेवा निवृत्त राशि भुगतान का आदेश किया गया था मगर आज तक सेवा निवृत्त कर्मियों को बकाया राशि भुगतान नहीं किया गया चार सौ मोमलाइजर महिला समूह को चार माह का वेतन भुगतान नहीं किया गया है कंकड़बाग अंचल पाटलिपुत्र अंचल के निजी एजेंसी कर्मियों चालकों को दो माह का वेतन भुगतान नहीं किया गया है। 6 वर्षों से निजी एजेंसी कर्मियों कि मजदुरी एक रुपया भी बढ़ाया नहीं गया है । निजी करण ठेका प्रथा समाप्त करने दैनिक कर्मियों कि सेवा स्थाई करने , 24800 रुपए मसीक मजदूरी भुगतान करने आर्थिक दोहन शोषण पर रोक लगाने आदि जैसा ज्योलांत मुद्दों को निष्पादन कर कर्मचारी हितों की चिंता न महापौर को है न ही नगर आयुक्त को । संघ के नेताओं कहा कि पटना नगर निगम सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर के कार्यकाल में लूट खसोट मनमानी व भ्रष्टाचार और बढ़ गया है । माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से संघ ने मांग किया है कि नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर को निगम से तत्काल हटाया जाय।