30 वर्ष पूर्ण होने की उपलक्ष में संस्थान एवं संगठन का मनाया गया स्थापना दिवस समारोह- विनोद कुमार.

विश्वनाथ आनंद
औरंगाबाद (बिहार)योग,आयुर्वेद ,स्वदेशी एवं सनातन की निष्काम सेवा ,साधना ,एवं संघर्ष के 30 वर्ष पूर्ण होने
के उपलक्ष्य में संस्थान एवं संगठन स्थापना दिवस समारोह का आयोजन 5 जनवरी 2025 को सूर्य मंदिर परिसर अदरी नदी के किनारे जहां पर छठ पर्व का त्योहार धूमधाम के साथ मनाया जाता है उसी प्रांगण में लगभग 8 वर्षों से योग की निरंतर कक्षाएं चल रही है जहां पर यह आयोजन किया गया आज से ठीक 30 वर्ष पूर्व 5 जनवरी 1995 को पतंजलि योगपीठ की स्थापना हुई जो हरिद्वार के पवित्र पावन धरा पर परम पूज्य योग ऋषि स्वामी रामदेव जी महाराज एवं उनके परम और अन्य अति प्रिय हम साथी आयुर्वेद शिरोमणि पूज्य आचार्य श्री बालकृष्ण जी महाराज के सानिध्य में भारत स्वाभिमान पतंजलि योगपीठ की अति दूर दृष्टि और विस्तारवादी रोग मुक्त स्वास्थ्य और समृद्ध भारत की कल्पना के साथ इसकी स्थापना किया गया। इसके साथ ही ईस स्थापना दिवस के उपलक्ष में प्रातः काल योग सत्र एवं दोपहर 3:00 बजे संगठन का झंडा फहराया गया तत्पश्चात यज्ञ सत्संग एवं स्वदेशी की चर्चा की गई इसके साथ ही इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाइयों के साथ-साथ बहनों की उपस्थिति रही औरंगाबाद जिले में भाइयों के द्वारा 60 से अधिक योग की क्लास से चल रही है।

आज के इस मुख्य आयोजन में भारत स्वाभिमान पतंजलि योग समिति जिला प्रभारी विनोद आर्य भारत स्वाभिमान महामंत्री सरिका शेखर जी भारत स्वाभिमान संगठन मंत्री संजीव गुरु जी भारत स्वाभिमान कोषाध्यक्ष भाइ अवधेश जी भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा अध्यक्ष अनीता सिंह जी गुड़िया जी भारत स्वाभिमान जिला कार्यालय प्रभारी भोला जी व्यवस्था प्रमुख डब्बू उर्फ अजीत जी वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ व्यास नारायण सिंह जी जनेश्वर जी लालू जी पतंजलि योग समिति औरंगाबाद प्रखंड प्रभारी मृत्युंजय मिश्रा जी संजय यादव जी बद्री यादव जी मुख्य योग शिक्षक दिनेश यादव जी शंभू गुप्ता जी अशोक जी विकास कुमार उर्फ बारूद जी भाई अमरजीत जी महिला समिति की ओर से बहन लाली जी बालाजी ममता जी श्रेया जी रिंकी जी हेमलता जी पुष्पा जी एवं कई बहनों ने भी इसे कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई सभी भाइयों बहनों ने मिलकर संकल्प लिए 2025 में मिलकर योग आयुर्वेद स्वदेशी सनातन संस्कृति भारतीय गुरुकुल परंपरा को आगे बढ़ाना है हमें ऋषि परंपरा को आर्य परंपरा को आगे बढ़ाना है हम सबको मिलजुल कर गांव-गांव में योग की अलख जगाना है नशा मुक्ति का कार्य करना है हिस्सा मुक्त समाज का निर्माण करना है व्यसन मुक्त समाज का निर्माण करना है स्वदेशी को बढ़ावा देना है आत्मनिर्भर भारत की बात बताना है हमें यज्ञ की विशेषता को भी बताना है।योग ,आयुर्वेद ,स्वदेशी एवं सनातन की निष्काम सेवा साधना एवं संघर्ष के 30 वर्ष पूर्ण होने की उपलक्ष में संस्थान एवं संगठन का मनाया गया स्थापना दिवस समारोह- विनोद कुमार.