वैश्य समाज की आबादी सूबे में 23% है जो जनसंख्या के लिहाज से सभी जातियों से काफी आगे है
संजय वर्मा।
वैश्य समाज की आबादी सूबे में 23% है जो जनसंख्या के लिहाज से सभी जातियों से काफी आगे है सभी 56 उपजातियों को एक होना होगा एक दूसरी उपजातियों में शादी व्याह करने से समाज को मजबूती मिलेगी जबसे होश संभाला तभी से वैश्य नेताओं संगठनों द्वारा बैठक सभा भाषण में सिर्फ और सिर्फ यही सुनता आ रहा हूँ मतलब यह वाक्य तकियाकलाम जैसा रटा जाता रहा है पर क्या इससे कुछ समाज पर असर भी पड़ा कोई बदलाव भी आया नहीं तो क्यों इसपर गहन चिंतन मनन की जरूरत नहीं है जरूरत इस बात की है कि समाज को एकजुट संगठित राजनीतिक चेतना जागृत करने और उनके वोट के महत्व को समझाने के लिये ऐक्शन प्लान बनाना जाय इस कार्य मे समाज से जुड़े चिंतक विचारक रणनीतिकर बुद्धिजीवी पत्रकार दिलीप मंडल जयशंकर गुप्त और अन्य लोगों के साथ विमर्श किया जाय ।
बन्द कमरे में कार्यशाला आयोजित की जाय और नए सिरे से विचार हो फिर कोई पहल हो इस कार्य मे समाज के सभी 56 उपजातियों को साथ लेकर बराबरी का हक देकर चलना होगा अक्सर संगठनों में देखा गया कि वो 56 जातियों की बातें तो करते है पर कुछ ही जातियों में सिमटे होते हैं समाज से जुड़े सांसद विधायक मंत्री या अन्य जनप्रतिनिधियों को दलीय हित का परित्याग कर समाज की बेहतरी के लिये एकमंच पर आना होगा समाज को वोट का महत्व क्या है उसे समझाना होगा जिस दिन यह हो जाएगा तभी समाज को राजनीतिक सामाजिक हिस्सेदारी के लिये किसी के आगे गिड़गिड़ाना नही पड़ेगा बलिक अपना हक हुक़ूक़ हिस्सेदारी छीनकर ले लेगा बातचीत में राष्ट्रीय वैश्य महासभा अध्यक्ष विधायक समीर महासेठ विधानपार्षद जीवन कुमार ने भी ने भी इन बातों पर अपनी सहमति जताई है और नए सिरे से पहल करने पर बल दिया है