राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के द्वाराप्रदेश कार्यालय मे देश के वीर जवानों के प्रति विजय दिवस मनाया गया

राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के द्वाराप्रदेश कार्यालय मे देश के वीर जवानों के प्रति विजय दिवस, पर खुशी मनाते हुए 1971सैनिकों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा डॉ मनीषपंकजमिश्रानेकहा16 दिसंबर 1971 का दिन भारत के गौरवशाली इतिहास में विजय और पराक्रम का प्रतीक है। इस दिन भारतीय सेना ने अपने अदम्य साहस, अनुशासन और देशभक्ति का परिचय देते हुए पाकिस्तानी सेना को निर्णायक रूप से पराजित किया और बांग्लादेश को स्वतंत्रता दिलाई। इस ऐतिहासिक विजय ने भारत की सैन्य शक्ति और वैश्विक कूटनीति को एक नई ऊंचाई दी।आज विजय दिवस के इस पावन अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मैं देश के उन सभी वीर जवानों को नमन करता हूं, जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। हमारे सैनिक न केवल देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हैं।
बल्कि आपदाओं और संकटों के समय भीअपनीकर्तव्यनिष्ठा और समर्पण का परिचय देते हैं। इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता ने कहा1971 के युद्ध में भारतीय सेना ने केवल अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन नहींकिया,बल्किमानवाधिकरों की रक्षा का एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया। 93,000 सेअधिकपाकिस्तानी सैनिकों को युद्धबंदी के रूप में मानवीय व्यवहार प्रदान करना हमारे सैनिकों के चरित्र की महानता को दर्शाता है।हमारी सेना के वीर जवान हमारे असली नायक हैं। उनकी अदम्य वीरता और बलिदान से ही हम आज स्वतंत्र और सुरक्षित जीवन जी रहे हैं। हमें अपने सैनिकों और उनके परिवारों का हर संभव समर्थन और सम्मान करना चाहिए।आइए, इस विजय दिवस पर हम सभी यह संकल्प लें कि हमारे वीर सैनिकों की कुर्बानियों को व्यर्थ नहीं जाने देंगे। हम उनके प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देंगे विजय दिवस पर खुशी का इजहार करने वालों में भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता जिला मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन का कार्यवाहक अध्यक्ष राणा रणजीत सिंह सुनील बंबईया अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष सहलाल सिद्धिकीउर्फ़ लाल बाबू अधिवक्ता नागेंद्र प्रसाद शर्मा अधिवक्ता महेश यादव मंटू कुमार बबलू गुप्ता आदि ।