एक साथ अधिक संख्या में एसएफसी के ट्रैकों का शहर में प्रवेश, सड़कों पर लगा महाजाम

दिवाकर तिवारी ।

सासाराम। शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए कई चौक चौराहों पर लगाए गए ट्रैफिक सिग्नल एवं नो एंट्री के नए नियमों के बावजूद भी लोगों को अक्सर सड़क जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि बीते कई महीनो से शहर की यातायात व्यवस्था में काफी हद तक सुधार हुआ है लेकिन जब-जब नो एंट्री में भारी वाहन प्रवेश करते हैं तो सड़क जाम की समस्या पुनः विकराल रूप धारण कर लेती है। जिससे आम लोगों को पैदल चलना भी दुश्वार हो जाता है। ऐसा ही कुछ नजारा सोमवार को भी जिला मुख्यालय सासाराम की सड़कों पर देखने को मिला, जब सासाराम रेलवे स्टेशन के रैक पॉइंट से एक साथ भारी संख्या में निकले एसएफसी के ट्रैकों ने पुरानी जीटी रोड को जाम कर दिया। एक साथ लगभग 50 की संख्या में सड़क पर एसएफसी के ट्रैकों के आने से वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई और इस दौरान शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह धराशाई हो गई।

वैसे तो अतिक्रमण एवं वाहनों के अत्यधिक दबाव के कारण शहर में हल्के-फुल्के सड़क जाम की समस्या अक्सर बनी रहती है लेकिन सोमवार को जब अचानक से एक साथ अधिक संख्या में एसएफसी के ट्रैकों का शहर में प्रवेश हुआ तो सड़क जाम की समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया और वाहन चालकों से लेकर पैदल चलने वाले आम लोग भी बेबस नजर आए।

वहीं जाम की समस्या को लेकर जब यातायात डीएसपी आदिल बिलाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि एसएससी के ट्रैकों को नो एंट्री के दायरे से बाहर रखा गया है, जिसके कारण इस तरह की समस्याएं आ रही है। हालांकि एसएफसी के ट्रैकों को पांच-पांच मिनट के अंतराल पर शहर में प्रवेश करने के लिए निर्देशित किया गया है लेकिन फिर भी सड़क जाम की समस्या बनती है तो अन्य विकल्पों पर भी विचार किया जाएगा।