आईआईएम बोधगया ने अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए बिहार के योजना और विकास विभाग के साथ समझौता ज्ञापन पर किए हस्ताक्षर
विश्वनाथ आनंद ।
गया( बिहार )-आईआईएम बोधगया द्वारा बिहार के योजना एवं विकास विभाग के साथ, अपने अधिकारियों के लिए प्रबंधन, नेतृत्व और कौशल विकास हेतु प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के तहत बिहार के योजना एवं विकास विभाग के अधिकारियों का प्रत्येक बैच चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण लेते हुए आईआईएम बोधगया में आयोजित छह दिवसीय आवासीय सत्र में भाग लेगा।
बिहार योजना एवं विकास विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी, आईएएस, श्री के. सेंथिल कुमार, ने कहा कि इस एमओयू का उद्देश्य अधिकारियों को आधुनिक प्रबंधन तकनीकों और कौशल से लैस करना है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण से अधिकारियों के कौशल में वृद्धि होगी, कार्य संस्कृति में सुधार के साथ ही कार्यालय प्रबंधन में भी सुधार होगा एवं राजस्व में वृद्धि होगी। आईआईएम बोधगया की अपनी यात्रा के दौरान, श्री कुमार ने परिसर और इसके प्रशिक्षण संसाधनों की भी समीक्षा की।आईआईएम बोधगया की निदेशक डॉ. विनीता सहाय ने बताया कि यह कार्यक्रम प्रबंधन, नेतृत्व और कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिससे अधिकारी अपने कर्तव्यों को अधिक प्रभावी ढंग से पूर्ण करने में सक्षम होंगे।
बिहार योजना एवं विकास विभाग, पटना में स्थित योजना निर्माण, कार्यान्वयन और नीति निर्धारण के लिए जिम्मेदार एक प्रमुख विभाग है। राज्य की विकास आवश्यकताओं के अनुरूप विभाग का दायरा काफी बढ़ा है। इसके प्रमुख विंगों में बिहार राज्य योजना बोर्ड, अर्थशास्त्र और सांख्यिकी निदेशालय, मूल्यांकन निदेशालय, स्थानीय क्षेत्र इंजीनियरिंग संगठन, बिहार आपदा पुनर्वास एवं पुनर्निर्माण सोसायटी(बीएपीईपीएस), बिहार स्थानीय क्षेत्र विकास एजेंसी और बिहार सांख्यिकीय प्रणाली विकास एजेंसी शामिल हैं।
आईआईएम बोधगया तथा बिहार योजना एवं विकास विभाग के बीच यह सहयोग विभाग के अधिकारियों के कौशल को मजबूत करने और राज्य सेवाओं में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आईआईएम बोधगया बिहार सरकार के विभिन्न विभागों जैसे जल संसाधन विभाग, राज्य स्वास्थ्य सोसायटी, बिहार पुलिस अकादमी, बिपार्ड और उद्योग विभाग सहित अन्य को भी नेतृत्व और प्रबंधन प्रशिक्षण प्रदान करता है।