गया में 6 दिवसीय रामलीला का हुआ शुभारंभ, 55 साल से हो रहा है रामलीला का मंचन

मनोज कुमार ।

गयाः श्री आदर्श लीला समिति के तत्वावधान में पिछले 55 वर्षों से नगर के आजाद पार्क में आयोजित होने वाले रामलीला में इस बार रिदम म्यूजिकल ग्रुप, लखनऊ के द्वारा रामलीला का मंचन होने जा रहा है, जिसका शुभारंभ उद्घाटनकर्ता केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, मुख्य अतिथि मंत्री, बिहार प्रेम कुमार,विशिष्ट अतिथि मेयर गया नगर निगम डॉ वीरेंद्र कुमार, गणेश पासवान, श्री आदर्श लीला समिति के अध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा, कार्यकारी अध्यक्ष संदीप कुमार सिन्हा ने संयुक्तरुप से दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा की हमें भी भगवान राम के पदचिन्हों पर चलना चाहिए। रामलीला के आयोजन से नई पीढ़ी में संस्कार का समावेश होता है। हमें जिंदगी जीने की कला सीखने का सौभाग्य प्राप्त होता है। गया कि अपनी एक अलग गरिमा है। मोक्ष की धरती है। हमे गर्व है कि हमलोग इस धरती के सपूत हैं।

वहीं आदर्श लीला समिति के अध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि हमलोगों को इस आयोजन को करने के लिए निरंतर एक माह से काम करना पड़ता है। अपने आदर्श को कायम रखने के लिए हमलोग अपने आगे की पीढ़ी द्वारा शुरु किए गए रामलीला को प्रस्तुत करते आ रहे हैं। इसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से सभी की भागीदारी के लिए समिति की तरफ से साधुवाद देता हूं। इस बार लखनऊ की चर्चित संस्था रिदम म्यूजिकल ग्रुप द्वारा मंचन किया जाएगा। 07 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक शाम 6 बजे से रात के 11 बजे तक रामलीला का मंचन किया जाएगा। भक्तों के लिए कार्यक्रम स्थल पर बैठने, पीने के लिए पानी आदि की व्यवस्था संस्था के द्वारा की गई है। साथ ही उन्होंने आगे रामलीला के बारे में बताया कि इसबार रामलीला में दिखाया जाएगा कि जनक के द्वारा प्रतिज्ञा की गई थी कि जो भी शिव धनुष को तोड़ेगा उसका विवाह सीता की साथ किया जाएगा। श्रीरामचंद्र जी ने धनुष तोड़कर के सीता के साथ विवाह किया तब परशुराम जी को क्रोधित होकर आए और परशुराम लक्ष्मण के संवाद की मनोरम तरीके से प्रस्तुति की जाएगी।
वहीं लखनऊ से आए हुए कलाकारों ने अपनी कलाकारी व नृत्य दिखाकर दर्शकों का मन मोह लिया। मंच संचालन प्रसिद्ध लेखक मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने किया। समिति के शिव कैलाश डालमिया, पूर्व उप महापौर अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन जी, अनिल स्वामी, मुकेश कुमार सवारिया,डॉ वीरेंद्र कुमार, प्रमोद भदानी, मनोरमा देवी, सूरज बाबा, संजू श्रीवास्तव, लेखक अन्नतधीश,राज वैध,बीरेंद्र कुमार,प्रह्लाद कुमार,सुनील सिंह मोहित प्रमुख रहे। कमेटी के सभी पदाधिकारी व कलाकार मौजूद थे।