साप्ताहिक हाट में चोरी करने वाला गिरोह के एक सदस्य को ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ पुलिस को सौंपा
संतोष कुमार ।
थाना क्षेत्र के बजरंगबली चौक से लेकर पुरानी बस स्टैंड तक सप्ताह के प्रत्येक शुक्रवार को साप्ताहिक हाट लगता है और इसी हाट में चोर गिरोह के कई सदस्य सक्रिय होकर बाजार आए लोगों के पैकटों से मोबाइल निकालने,बैंकों से पैसे लेकर निकलने वालों से छिनतई एवं साइकिल और मोटरसाइकिल की चोरी अक्सर की जाती है।ताजा मामला शुक्रवार की शाम लगभग 5 बजे का है,100 की संख्या से अधिक लोगों के बीच दो लोगों ने एक युवक को चोरी के साइकिल के साथ पकड़ कर रखे हुए थे।ग्रामीणों द्वारा साइकिल चोर की घटना को डायल 112 एवं थाना के नंबर पर कॉल करके सूचना भी दे दी गई।सूचना पाकर डायल 112 की टीम में रहे एसआई प्रमोद कुमार सिंह पुलिस बलों के साथ पहुंचे और साइकिल चोरी करने वाले युवक को हिरासत में लेकर थाना चले गए एवं साइकिल मालिक को भी थाना आकार लिखित आवेदन देने को कहा गया।लोगों के भीड़ में रहे पुरानी बस स्टैंड स्थित किराना दुकान संचालक रौशन कुमार ने बताया कि उसका एक साइकिल की चोरी इसी चोर द्वारा किया गया था।
जिसकी जानकारी एवं पुष्टि दुकान के ऊपर दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के नीचे दुकान में लगे सीसीटीवी के फुटेज से हुई है।इस सप्ताह भी यही चोर अस्पताल के सामने साइकिल दुकान किए चमर बिगहा गांव निवासी सुबोध कुमार के दुकान से साइकिल चुरा कर भाग रहा था और भीड़ के कारण उसका पीछा कर उसे दुकानदार ने पकड़ लिया।शोर-शराबा सुनकर वे भीड़ के पास जब गए,तो सीसीटीवी फुटेज में साइकिल चोरी करने वाले युवक को पहचान गए और पुलिस को इसकी सूचना दी।सूचना पर डायल 112 की टीम के पहुंचने के बाद थाने में पदस्थापित पीएसआई रौशन कुमार भी पुलिस बलों के साथ पहुंचे।वहीं ग्रामीण कारू पंडित ने बताया कि प्रत्येक शुक्रवार को कम उम्र के लोगों का चोर गिरोह सक्रिय रहता है।इस गिरोह के सदस्य को जब भी लोग चोरी करते पकड़ते हैं,तो दो-चार लप्पड़-थप्पड़ कर दया करके छोड़ देते हैं।किंतु इसबार चोर की पहचान पिछले सप्ताह में हुई चोरी के सीसीटीवी फुटेज से होने पर लोगों ने चोर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।लोगों ने कहा कि चोर ने अपना नाम मनु कुमार और अपने पिता का नाम मनोज यादव बताया है।लोगों ने यह भी कहा कि चोर द्वारा गलत पहचान बताया जा रहा है।यदि पुलिस सख्ती से पूछताछ करेगी,तो क्षेत्र में हो रहे चोरी के कई राज का खुलासा हो सकता है।साथ ही साप्ताहिक हाट के अलावे अन्य चोरियों में शामिल रहने वाले चोर गिरोह का भी पता लगाया जा सकता है।
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष –
इस बाबत पर थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि पीड़ित द्वारा लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है।आवेदन दिए जाने के आलोक में अग्रतर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।