श्रावण पूर्णिमा को लेकर लोमष ऋषि पहाड़ पर लगा मेला,हजारों श्रद्धालुओं ने की पूजा-अर्चना
संतोष कुमार ।
प्रखंड क्षेत्र के पूर्वी पंचायत के सरमसपुर गांव स्थित बाबा लोमष ऋषि और बाबा याज्ञवल्कय ऋषि के तपोस्थली के समीप विगत कई दशकों से श्रावण के पूर्णिमा के दिन एक दिवसीय मेला का आयोजन किया जा रहा है।इस वर्ष भी ग्राम पंचायत के मुखिया संजय यादव के सहयोग से मेला में चार चांद लगाने का भरपूर प्रयास किया गया।रजौली और आसपास के गांवों से हजारों महिला,पुरुष और बच्चे मेला का आनंद लेने पहाड़ पर पहुंचे।इनमें बहुत सारे श्रद्धालुओं ने पहाड़ की चोंटी पर स्थित तपोस्थली और मंदिर में प्रसाद आदि चढ़ाकर पूजा किए।इस दौरान रजौली पूर्वी पंचायत के मुखिया संजय यादव और उनके टीम के द्वारा बाबा के दर्शन करने आये सैकड़ो श्रद्धालुओं के बीच महा प्रसाद का वितरण किया गया।मुखिया ने बताया कि रजौली सप्त ऋषियों की तपोस्थली रहा है।उन्हीं में से एक बाबा लोमष ऋषि और याज्ञवल्कय ऋषि भी हैं।
लोमश ऋषि परम तपस्वी तथा विद्वान थे।इन्हें पुराणों में अमर माना गया है।श्रावण माह के पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन के अवसर पर दोनों ऋषियों के तपोस्थली के समीप ग्रामीणों के सहयोग से एक दिवसीय मेला का भी आयोजन किया जाता है।ऐसी मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु और भक्तजन सच्चे मन से बाबा लोमष ऋषि और याज्ञवल्कय ऋषि का दर्शन कर मन्नत मांगते हैं,उन्हें उनकी मनोकामना पूर्ण होती है।एक दिवसीय मेला में रजौली प्रखंड के अलावे कई प्रखंडों से भी श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने को आते है।इस दौरान रामजी यादव,सुमित सिंह,विद्यासागर,गोल्डन कुमार,अरबाज खान सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।