मां तारा देवी के नगरी केसपा ग्राम में भगवान गौतम बुद्ध की 2586वीं जयंती समारोह की तैयारियां जोरों पर- हिमांशु शेखर
विश्वनाथ आनंद ।
टिकारी (बिहार )- माँ तारा नगरी केसपा ग्राम में भगवान गौतम बुद्ध की 2586 वीं जयंती समारोह की तैयारी जोरों पर है. बैशाख पूर्णिमा का दिन बौद्ध धर्मालंबियों के लिए विशेष महत्व का दिन होता है, इसी दिन भगवान गौतम बुद्ध का जन्म, ज्ञान प्राप्ति एवं महापरिनिर्वाण हुआ था.इस विशेष दिन को बौद्ध धर्म में त्रिविध जयंती भी कहा जाता है. बताते चलें कि आगामी 23 मई को बुद्ध जयंती है.सैकड़ों वर्षों से केसपा ग्राम में भगवान गौतम बुद्ध की आदमकद प्रतिमा खुले आकाश के नीचे उपेक्षित है. इस गांव में बौद्ध धर्म से जुड़े कई साक्ष्य है, लेकिन सरकार की नजरों से ओझल है. इतिहासकारों के अनुसार भगवान गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वाण के उपरांत उनके परम अनुयायी महाकश्यप के नेतृत्व में बौद्ध धर्म की पहली सभा का आयोजन केसपा ग्राम में हुआ था.
प्राचीन काल से यह गांव हिंदू एवं बौद्ध धर्मालंबियों की आस्था का केंद्र रहा है.बुद्ध जयंती के अवसर पर लोक आस्था का महाकेंद्र माँ तारा देवी मंदिर प्रांगण से शोभा यात्रा का प्रारंभ किया जाएगा .यह शोभा यात्रा माँ तारा देवी मंदिर और लोकेश्वर बुद्ध के प्रांगण से प्रारंभ होकर , कमल का फूल, भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा , विष्णु नारायण मंदिर से होते हुए सूर्य मंदिर में स्थापित बुद्ध पद चिन्ह पर समाप्त होगी .इसके उपरांत माँ तारा देवी मंदिर प्रांगण में अतिथियों का स्वागत किया जाएगा एवं बुद्ध जयंती के अवसर पर लोग अपने विचारों को रखेंगे.इस कार्यक्रम में शिक्षाविद, प्रशासनिक अधिकारी, समाजिक कार्यकर्ता,जनप्रतिनिधि एवं कई चर्चित विचारक भाग ले रहे हैं. विगत वर्ष इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि तत्कालीन अनुमंडल पदाधिकारी श्रीमती करिश्मा थी. ग्रामीण हिमांशु शेखर ने कहा है कि बौद्ध जयंती के आयोजन को लेकर ग्रामीणों में बेहद उत्साह है, एवं संपूर्ण गांव अतिथियों के स्वागत के लिए तैयार है.गांव के युवक गलियों की साफ सफाई में लगे हुए है.बढ़ती गर्मी को देखते हुए श्रद्धालुओं के लिए कई जगहों पर शीतल पेयजल की व्यवस्था किया गया है.उन्होंने कहा है कि केसपा ग्राम में पर्यटन की असीम संभावना है.सरकार को इस गांव को पर्यटन सूची में शामिल करना चाहिए एवं सरकार की ओर से यहां माँ तारा महोत्सव का आयोजन किया जाना चाहिए.