चुनाव आयोग के अपडेटेड टर्नआउट में एक करोड़ सात लाख वोटों के अन्तर से मतदाता आश्चर्यचकित एवं आक्रोशित _ कॉंग्रेस

मनोज कुमार ।
चुनाव आयोग के 4 चरणों के अपडेटेड टर्नआउट में 01 करोड़ 07 लाख की बढ़ोतरी दर्ज होने से मतदाताओं ,विपक्षी दलों , सामाजिक संगठन के लोग इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीनों को बदलने की आशंका जता रहे हैं।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, शिव कुमार चौरसिया, विपिन बिहारी सिन्हा,कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम आलम, मोहम्मद समद आदि ने कहा कि प्रत्येक चरण में मतदान वाले दिन देर रात चुनाव आयोग के तरफ से जारी मतदान के आकड़ों और अंत में अपडेटेड आकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि लोकसभा चुनाव के पहले चार चरणों की तुलना में 1.07 करोड़ का हो सकता है, 379 निर्वाचन क्षेत्रों, जहां वोटिंग खत्म हो चुकी है, वहां पर हर निर्वाचन क्षेत्र में औसतन 28,000 से अधिक वोट है।


नेताओं ने कहा कि 19 अप्रैल को हुई पहले चरण की वोटिंग के 11 दिनों बाद और दूसरे चरण की 26 अप्रैल को हुई वोटिंग के चार दिन बाद चुनाव आयोग ने आकड़े जारी किए थे, चुनाव आयोग के 30 अप्रैल के आकड़ों मे करीब 5 से 6 प्रतिशत की बढ़त चौकाने वाला बात है।नेताओं ने कहा कि विभिन्न ए न जी ओ द्वारा माननीय उच्चतम न्यायालय में इस सम्बंध में दायर याचिका पर संज्ञान लेते हुए 24 मई को चुनाव आयोग से जवाब मांगा है।
नेताओं ने कहा कि देश में पहली बार चुनाव आयोग मतदान की प्रतिशत 48 घंटे के अंदर देने के बजाय 11 दिनों बाद दे रही है, जिसके सम्बंध में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने कॉंग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खाड़गे के नेतृत्व में ज्ञापन देने का काम किया, जिस पर चुनाव आयोग अड़ियल रुख अपनाते हुए विश्लेषण की बातें कर पल्ला झाड़ने का काम कर दिया।
नेताओं ने कहा कि अब देशवासियों का निगाह उच्चतम न्यायालय के फैसले पर टिकी हुई है।