डिग्री कॉलेज में अध्यनरत 11 वीं के छात्रों को 12 वीं में उच्च विद्यालयों में स्थानांतरित करना न्याय संगत नहीं

मनोज कुमार ।

बिहार सरकार ने हाल में यह फैसला लिया है कि अब राज्य के डिग्री कॉलेज में इन्टर की पढ़ाई नहीं होगी, जिसके कुछ दिनों बाद जब डिग्री कॉलेज में सत्र 23_25 के लिए पहले से अध्यनरत छात्रों की 11 वीं की वार्षिक परीक्षा भी डिग्री कॉलेज द्वारा लेने के बाद, अचानक बिहार सरकार शिक्षा विभाग ने डिग्री कॉलेज में 11 वीं के छात्रों को 21 मार्च से 31 मार्च के बीच 12 वीं में 10+2 विद्यालयों में अध्ययन हेतु स्थानांतरण कराने की तुगलकी फरमान जारी कर दिया है, जिससे डिग्री कॉलेज में अध्यनरत इन्टर के छात्रों में भयानक आक्रोश है।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युम्न दुबे, दामोदर गोस्वामी, डॉ अनिल कुमार सिन्हा, प्रो विश्वनाथ कुमार, प्रो विनोद कुमार, प्रो अरुण कुमार प्रसाद आदि ने कहा कि डिग्री कॉलेज में अध्यनरत इन्टर के सत्र( 23- 25 ) के छात्र जो एक वर्ष की पढ़ाई पूरी कर 11 वीं की वार्षिक परिक्षा भी दे चुके हैं, उन्हें अब केवल 12 वीं के लिए दूसरे संस्थान में स्थानांतरित करना न्याय संगत नहीं है, क्योंकि की एक ही छात्र को एक क्लास के लिए दो अलग, अलग संस्था, डिग्री व्यवहारिक रूप से भी अनुचित है।


नेताओं ने कहा कि बिहार के लाखो, लाख छात्र जो डिग्री कॉलेज से 23_ 25 सत्र के छात्र जो इन्टर कर रहे हैं उन्हें 2025 तक उसी डिग्री कॉलेज में रहने दिया जाए, तथा सरकार इस नए सत्र यानी 24_ 26 से सूबे के सभी डिग्री कॉलेज में इन्टर में नामांकन बंद करे।
नेताओं ने कहा कि सूबे के सैकड़ों डिग्री कॉलेज में इन्टर में अध्यनरत लाखो, लाख छात्र विगत कई दिनों से सड़कों पर प्रदर्शन कर सरकार से तुगलकी फरमान वापस लेने की मांग कर रहे हैं।नेताओं ने मुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री से अविलंब बिहार राज्य के डिग्री कॉलेज में अध्यनरत छात्रों को 11 वीं के बाद दूसरे संस्थान में 12 वीं के लिए स्थानांतरण करने के निर्णय को वापस लेने की मांग की है।