केसपा के लोक आस्था का महा केंद्र मां तारा देवी मंदिर में भक्तों श्रद्धालुओं की पूजा अर्चना करने हेतु उमड़ी भीड़

विश्वनाथ आनंद ।
टिकारी (गया) – नव वर्ष के पावन अवसर पर प्रखंड स्थित केसपा ग्राम में लोकआस्था का महाकेन्द्र माँ तारा देवी मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही प्रतिकूल मौसम होने के बावजूद भी भक्तों की लाइन लगी रही। मान्यता है कि नव वर्ष के दिन माँ तारा देवी की पूजा- आराधना करने से लोग विघ्न- बाधा से दूर रहते है। भक्तों ने मंदिर प्रांगण में चमत्कारी हवन कुंड में हवन किया एवं माता का आशीर्वाद प्राप्त किया। आज के वैज्ञानिक युग में यह हवन कुंड कई रहस्य छुपाए हुए है। आज तक यह हवन कुंड कभी भरा नहीं है। इस हवन कुंड की स्थापना स्वयं महर्षि कश्यप ने किया था। प्राचीन काल में केसपा ग्राम में महर्षि कश्यप का आश्रम था, एवं उन्ही के नाम पर इस गांव का नामकश्यपा हुआ, जो कालांतर में अपभ्रंश होकर केसपा के नाम से जाना जाता है। कई भक्तों ने माँ तारा देवी मंदिर के अलावा गांव में स्थित सोरवहियाजी मंदिर, भगवान गौतम बुद्ध की आदम कद प्रतिमा, विष्णु मंदिर, सूर्य मंदिर, बुद्ध पदचिन्ह एवं पत्थर की बनी हुई कमल के फूल का दर्शन किया।

पुरातत्वविदों के अनुसारसोरवहिया जी की प्रतिमा लोकेश्वर बुद्ध की दुर्लभ प्रतिमा है। यह गांव हिंदू और बोद्ध धर्मालंबियों की आस्था का संगम है। यंहा कई विखंडित प्रतिमाएं बिखरी पड़ी है। सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु शेखर, प्रो अरुण शर्मा, डॉ सुबोध कुमार, श्याम कृष्णा और विक्रम कुमार ने कहा है कि सरकार को ग्रामीण पर्यटन पर ध्यान देना चाहिए। केसपा गांव में पर्यटन की असीम संभावना है, इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है। ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी एवं रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। विगत कई वर्षों से ग्रामीणों द्वारा बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा के केसपा गांव भ्रमण की मांग किया जा रहा हैं, लेकिन सरकार इस मांग को अनसुनी कर रही है। ग्रामीणों ने सरकार से केसपा ग्राम में माँ तारा महोत्सव प्रांरभ करने की मांग किया है।