सरकार की अनदेखी के कारण गर्भवती महिलाएं व बच्चे कल्याणकारी योजनाओं से वंचित,सेविका-सहायिका

संतोष कुमार,

रजौली-प्रखण्ड मुख्यालय स्थित बाल समेकित विकास परियोजना कार्यालय के बाहर प्रखण्ड अध्यक्ष मुन्नी देवी के नेतृत्व में क्षेत्र की की सभी सेविका-सहायिका का लगातार बारिश में भींगकर भी छठे दिन हड़ताल व धरना प्रदर्शन में सरकार से अपनी मांगों को लेकर डटी हुई है।बिहार राज्य आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका संघ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल में जुटी 63 वर्षीय दुलारी देवी ने कहना है कि वे शुरुआती दौर 1991 से ही आंगनबाड़ी सेविका के पद पर पदस्थापित हैं।साथ ही कहा कि सेविका-सहायिका बहनों के द्वारा जब गांव में कोई गर्भमहिला टेटनस की सुई,शिशु वैक्सीन और पोलियो की खुराक आदि नहीं लेने को तैयार होते थे।तब गर्मी,ठंड और बारिश के मौसम में गांव-गांव व घर-घर जाकर उन्हें जागरूक कर सुई,वैक्सीन व पोलियो की खुराक आदि दिया करते थे।जिसका परिणाम है कि आज प्रखण्ड क्षेत्र पोलियो मुक्त है।उन्होंने कहा कि वर्तमान समय मे सरकार सेविकाओं से बीएलओ का भी काम करवा रही है।साथ ही कहा कि जन्म से लेकर मरण तक का हर कार्य सेविका-सहायिका से करवाया जाता है।सभी कार्यों के बदले मानदेय के रूप में मात्र 5900 रुपये ही दे रही है,जो कि प्रतिदिन के हिसाब से 150 से 200 रुपये ही होती है।सरकार द्वारा दिये जाने वाली इतनी कम रकम से इस मंहगाई के दौर में अपना पेट तो भरता नहीं है,बाल-बच्चों के लिए क्या किया जा सकता है।वहीं तकिया मोहल्ला केन्द्र संख्या 99 की सेविका ज्योति शर्मा कहती हैं कि इस बारिश में भी हम सभी सेविका-सहायिका भींगकर हड़ताल में जुटी हुई हैं।सरकार द्वारा कम मानदेय के बाद भी मोबाइल रिचार्ज व चावल उठाव का पैसा आदि अन्य खर्च नहीं दिया जाता है।दोपटा गांव की सेविका सविता कुमारी का कहना है कि एक तरफ सरकार सहायक शिक्षकों व आशा के वेतन में लगातार वृद्धि कर रही है।वहीं दूसरी तरफ मोदी व नीतीश-तेजस्वी सरकार सेविका-सहायिका के बारे में कुछ भी सोच तक नहीं रही है।वहीं ड्यूटी के दौरान मरने वाली आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका के परिजनों को अनुकम्पा के आधार पर काम भी नहीं दे रही है।इसलिए जबतक मानदेय बढ़ाकर 26 हजार रुपये प्रतिमाह,सरकारी कर्मी का दर्जा,ग्रेच्यूटी व पेंशन का लाभ नहीं देती है।तबतक हमलोगों का हड़ताल हमलोगों के मरने तक जारी रहेगा।साथ ही कही कि सरकार जितना देर करेगी गर्भवती महिलाओं व नवजात शिशुओं से सम्बंधित कल्याणकारी योजनाओं से वंचित रहेगी।इस मौके पर संघ की प्रखण्ड सचिव पम्मी कुमारी व उपाध्यक्ष सरोज कुमारी के अलावे सैकड़ों सेविका-सहायिका मौजूद रही।

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