टिकारी को रेलवे लाइन से जोड़ने को भारतीय रेलवे संघर्ष मोर्चा ने गया जंक्शन के समीप किया दो दिवसीय धरना प्रदर्शन.

विश्वनाथ आनंद
गया( बिहार)- टिकारी के भारतीय रेलवे संघर्ष मोर्चा ने गया टिकारी को रेलवे लाइन से जोड़ने को लेकर गया जंक्शन के समीप दो दिवसीय धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम किया. धरना प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए भारतीय रेलवे संघर्ष मोर्चा टिकारी के मोहम्मद जफर बारी अंसारी उर्फ छोटू मियां ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि भारतीय रेलवे संघर्ष मोर्चा टिकारी ने रेलवे लाइन से जोड़ने को लेकर दो दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया है. उन्होंने आगे कहा कि गया टिकारी सुदूर वर्ती इलाका है. इस क्षेत्र के लोग कृषि पर आश्रित है . वही गया टिकारी क्षेत्र कई जिलों को जोड़ता है. उन्होंने आगे कहा कि गया टिकारी क्षेत्र रेलवे के सभी मापदंडों को पूरा करता है . यदि क्षेत्र के लोगों को रेलवे सुविधा मुहैया किया जाता. तो गया टिकारी के क्षेत्र का विकास होता ही. साथ ही साथ रेलवे का राजस्व की भी प्राप्ति होता. ऐसे तो यह क्षेत्र राजा महाराजाओं का क्षेत्र रहा है . उन्होंने आगे कहा कि गया टिकारी वासियों ने कई बार गया टिकारी को रेलवे लाइन से जोड़ने को लेकर संघर्ष किया. प्रधानमंत्री से लेकर केंद्रीय रेलवे मंत्री तक को ज्ञापन सौपा गया . सभी ने आश्वासन दिया. लेकिन अभी तक गया टिकारी को रेलवे लाइन से जोड़ने का कार्य नहीं किया गया है . विवश होकर भारतीय रेलवे संघर्ष मोर्चा ने रेलवे लाइन से जोड़ने को लेकर दो दिवसीय धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम जारी रखा है . भारतीय रेलवे संघर्ष मोर्चा ने अपने बैनर में लिखा है कि गया टिकारी को रेलवे लाइन से जोड़ा जाए. रेलवे को निजीकरण नहीं किया जाए. रेलवे पैसेंजर ट्रेन का परिचालन शीघ्र किया जाए. सहित कई मांगों को लेकर दो दिवसीय धरना कार्यक्रम जारी है . धरनार्थियों ने कहा है कि हम सभी लोगों की मांगे कई वर्षों से की जा रही है. लेकिन अभी तक न केंद्र सरकार पहल किया और न हीं राज्य सरकार . स्थिति यह है कि आज भी गया टिकारी को रेलवे लाइन से जोड़ने कि मामला ठंडा वास्ता में है. उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ केंद्र के भाजपा सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे एवं घोषणा किया. लेकिन एक भी घोषणा धरातल पर उतरने की जगह हवा में तैरती नजर आई. चाहे बेरोजगारी का मामला हो या फिर विकास का मामला.

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