जयप्रकाश नारायण अस्पताल में खराब व्यवस्था को जल्द दुर करने के निर्देश – नगर विधायक

धीरज ।
मरीजों के हित में विधायक कोटे की राशि से आरो लगाने की घोषणा

गया।पूर्व मंत्री सह नगर विधायक डॉ प्रेम कुमार ने सोमवार को जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया है।विधायक ने सदर अस्पताल पहुंचने पर सिविल सर्जन डॉ रंजन कुमार सिंह के साथ सदर अस्पताल के ओपीडी, ब्लड बैंक, दवा वितरण काउंटर, वैक्सीनेशन सेंटर, सिटी स्कैन, पैथोलॉजी एवं दीदी की रसोई का बारीकी से निरीक्षण कर मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान दवा काउंटर पर लंबी लाइन में लगे मरीज के परिजनों द्वारा तीन घंटे से दवा नहीं मिलने की शिकायत भी की है। इस दौरान अस्पताल प्रशासन को मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अतिरिक्त दवा काउंटर खोलने का सुझाव दिया। इसके बाद उन्होंने दीदी की रसोई में मरीजों को दी जा रही नाश्ता एवं भोजन के मीनू को देखकर संतोष जताया। इसके बाद वैक्सीनेशन सेंटर और ओपीडी में मरीजों के इलाज की व्यवस्था का जायजा लिया। इस निरीक्षण के बाद सीएस कार्यालय में सिविल सर्जन,अस्पताल उपाधीक्षक, डीपीएम, हॉस्पिटल मैनेजर एवं आयुष्मान भारत के आईटी ऑफिसर सहित चिकित्सकों के साथ समीक्षात्मक बैठक भी किया है, जिसमें मरीजों की सुविधाएं बढ़ाने पर चर्चा की गई है।इस बैठक में विधायक ने मरीजों को अस्पताल में दी जा रही सुविधाओं के बारे में सिविल सर्जन से जानकारी प्राप्त की। सिविल सर्जन ने चिकित्सकों, एक्सरे टेक्नीशियन एवं ड्रेसरों की कमी के बारे में अवगत कराया। विधायक ने कहा कि चिकित्सकों ड्रेसरों, एंव एक्सरे टेक्निशियन की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार को पत्र भेजकर ध्यान आकृष्ट कराएंगे।अस्पताल में बिजली, पानी, सफाई,एंबुलेंस, मुफ्त दवाइयां एवं अन्य जन सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। सिविल सर्जन ने पानी की समस्या पर अवगत कराते हुए कहा कि शुद्ध पेयजल के लिए आरो (R.O)लगाने की आवश्यकता है। जिस पर विधायक ने इसे गंभीरता से लेते हुए मरीजों के हित में विधायक कोटे की राशि से आरो (R.O) लगाने की घोषणा की। निरीक्षण के दौरान विधायक ने अस्पताल के जर्जर सड़कों एवं भवनों और जलजमाव की स्थिति पर नाराजगी प्रकट की। बैठक में सिविल सर्जन ने बताया कि 100 बेड वाले इस अस्पताल में मात्र 50 बेड कार्यरत है बाकी 50 बेड स्थान के अभाव में संचालित नहीं है।राज्य सरकार जल्द से जल्द शहर के घनी आबादी के बीच में बसे सदर अस्पताल में मरीजों के हित के लिए 50 बेड वाले भवन तैयार कर सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग करेगें। जयप्रकाश नारायण अस्पताल, प्रभावती अस्पताल, अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल सहित प्रखंडों में संचालित 24 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 2 रेफरल अस्पताल के परिसर में हरित आवरण के तहत पर्यावरण संतुलन के लिए पौधारोपण कराने पर जोर दिया गया ताकि मरीजों को गर्मी के दिनों में छाया मिल सके। विधायक ने गया शहर के 8 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत रामसागर तालाब स्थित शहरी स्वास्थ्य केंद्र के जीर्णोद्धार के लिए एवं किराए पर संचालित 7 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को अपना भवन निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराकर मरीजों के हित में निर्माण की मांग राज्य सरकार से करेंगे। शहर में 30,000 आबादी वाले बसावट में राज्य सरकार के द्वारा एक शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की नीति है। शहर की आबादी लगभग साढे 6 लाख से अधिक है। इसके मुताबिक शहर में 22 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होनी चाहिए।लेकिन वर्तमान में आठ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कार्यरत है। शेष 14 स्वास्थ्य केंद्र खोलने के लिए भूमि की आवश्यकता है। इस ज्वलंत मुद्दे पर विधायक ने सीओ से दूरभाष पर बात कर भूूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। साथ ही 14 स्थानों पर सर्वे कराकर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुविधा बहाल करने पर विचार किया गया है। डीपीएम ने बताया कि सरकार की ओर लाभार्थियों के लिए 40 योजनाएं चल रही है जिसकी समीक्षा की गई है। टीवी से पीड़ित मरीजों के बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुविधाएं बढ़ाए जाने का निर्देश दिया है।
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने का कार्य लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है। इस पर विधायक ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार के असहयोगात्मक रवैये के कारण अति पिछड़ा, पिछड़ा, महादलित, दलित एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग लाभ से वंचित हो रहे हैं।

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