कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड लोगों के बीच जाएगा और उनके हक की लड़ाई लड़ेगा-आदित्य पासवान
एस के राजीव ।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का एक मजबूत फ्रंटल जिसे कांग्रेस की रीड की हड्डी कहा जाता है उस संगठन का नाम है कांग्रेस सेवादल है इस कांग्रेस सेवा दल के यंग ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मुझे अखिल भारतीय कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष श्री लालजी देसाई के द्वारा दायित्व सौंपा गया है.
कांग्रेस सेवा दल की स्थापना 28 दिसंबर 1923 को डॉक्टर एन एस हार्डिकर के द्वारा की गई थी और तब से यह संगठन राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित है कांग्रेस सेवा दल ने आजादी की लड़ाई भी लड़ी है, शहीद राजगुरु जिन्होंने हंसते-हंसते फांसी के फंदे को गले लगा लिया था वह हमारे कांग्रेस सेवादल के प्रशिक्षक थे उस समय के अंग्रेज अगर किसी संगठन से खौफ खाते थे वह कांग्रेस सेवा दल का खौफ था उनके दिल में.
सेवा दल का मूल उद्देश्य था भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय में कांग्रेस पार्टी के विचारों और आदर्शों को लोगों तक पहुंचाना और लोगों को स्वतंत्रता संग्राम के लिए तैयार करना था। सेवा दल ने देश के अलग-अलग हिस्सों में जागरूकता फैलाई और लोगों को स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
सेवा दल के सदस्यों को नियमित रूप से शिक्षा और ताकत का विकास करने के लिए तैयार किया जाता है और इस संगठन के सदस्य दूसरों की मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं और देश में अनेक जनसेवा कार्यों में शामिल होते हैं।
कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड आज के मौजूदा दौर में जो स्थिति बनी हुई है :- जहां एक तरफ धर्म के आधार पर जाति के आधार पर भाजपा द्वारा देश को सत्ता के लिए विभाजित किया जा रहा है , अमीर और गरीब की बीच की खाई बढ़ाई जा रही है , महंगाई चरम सीमा पर है , महिलाओं की सुरक्षा तार-तार हो रही है , तो इन्हीं सब चीजों से निजात दिलाने के लिए कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड लोगों के बीच जाएगा और उनके हक की लड़ाई लड़ेगा . और आज ये ज़िम्मेदारी मेरे कंधों पर दी गई है और पार्टी की यही विश्वास जो मुझपे की गई है वही मेरी ताक़त है और इस विश्वाश को एक आंदोलन बना के राज्य , समाज , समुदाय और अल्पसंख्यकों के विकास का पर्याय बनाने में कोई कसर नहीं छोडूंगा .ये बातें प्रदेश अध्यक्ष बिहार प्रदेश कांग्रेस सेवादल यंग ब्रिगेड के अध्य्क्ष आदित्य पासवान ने पटना सदाकत आश्रम में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कही ।