परशुराम वह नहीं जो परंपरा से प्रचारित हैं-डॉक्टर ज्ञानेश
विश्वनाथ आनंद ।
गया (मगध बिहार)- गया जिला स्थित स्थानीय डॉक्टर विवेकानंद पथ में भगवान परशुराम की जयंती मनाई गई। महर्षि परशुराम की विधिवत पूजा अर्चना भोग के पश्चात उपस्थित लोगों ने अपनी मंगल कामनाओं के साथ जन धन धर्म की रक्षा के लिए प्रार्थनाएं किया . इस अवसर पर ज्योतिष शिक्षा शोध संस्थान के निदेशक डॉक्टर ज्ञानेश भारद्वाज ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब-जब सामाजिक वातावरण में अधर्म अंधकार का प्रभाव तेजी से बढ़ता है ,अपने आतंक से आतंकित करता है -जगत की आत्माएं त्राहि-त्राहि करने लगता है तो महर्षि परशुराम जैसे दयालु परम ज्ञानी वीर के रूप में भगवान स्वयं पीड़ित प्राणियों को को धरती धर्म को उद्धार करने के लिए प्रभु रूप धारण कर इस धरा धाम पर अवतरित होकर पीड़ित प्राणियों की रक्षा करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि भगवान विष्णु ने छठे अवतार के रूप में सतयुग त्रेता युग के संधि काल में क्रूर ,अत्याचारियों , पापियों को संहार किया. इस मौके पर सैकड़ों लोगों ने पूजा, अर्चना व पुष्पांजलि में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया .