नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नेतृत्व, साहस और संघर्ष आज भी हर भारतीय को प्रेरित करता है – कांग्रेस

विश्वनाथ आनंद ।
गया( बिहार)- महान स्वतंत्रता सेनानी, क्रांतिकारी, आजाद हिन्द फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती कॉंग्रेस पार्टी के तत्वावधान में स्थानीय कॉंग्रेस कार्यालय राजेंद्रआश्रम में मनाई गई।सर्वप्रथम नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण के पाश्चात्य उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।

जयंती कार्यक्रम की अध्यक्षता गया जिला कॉंग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ गगन कुमार मिश्रा ने किया।इस अवसर पर उपस्थित बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, युगल किशोर सिंह, दामोदर गोस्वामी, राजीव कुमार सिंह उर्फ लबी सिंह, प्रद्युम्न दुबे, शिव कुमार चौरसिया, प्रदीप शर्मा, विद्या शर्मा, मोहम्मद नवाब अली, कृष्णा सिंह, ओंकार शक्ति, मदीना खातून, शिव नाथ प्रसाद, अर्जुन प्रसाद, साधु शरण सिंह, टिंकू गिरी, नीतीश कुमार, आदि ने कहा कि भारत माता के अमर सपूत, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को सबसे पहले राष्ट्रपिता के नाम संबोधित करने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेताओ में एक थे जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, अंग्रेजो के खिलाफ लड़ने के लिए उन्होंने जापान के सहयोग से आजाद हिंद फौज का गठन किया था।नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा दिया गया जय हिंद का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया। इनका तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूँगा का नारा भी जन- जन में काफी प्रचालन में आया, भारतवासि उन्हें नेताजी के नाम से संबोधित करते हैं।नेताओ ने केन्द्र एवं राज्य सरकारों से नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर सभी शिक्षण संस्थानों में इनकी जीवनी पर प्रकाश डालने तथा सरकारी कार्यालयों में छुट्टी घोषित कराने की मांग भी किया।