‘जस्टिस फॉर बादल’ मुहिम के तहत हजारों लोग सड़क पर उतरे, कातिल डीएसपी को बर्खास्त कर फांसी दिलाने की मांग

जिला समाहरणालय के समक्ष सड़क पर बैठे लोग, यातायात व्यवस्था धराशाई
रोहतास/दिवाकर तिवारी ।
सासाराम। जिले के चर्चित बादल हत्याकांड में मुख्य आरोपी यातायात डीएसपी आदिल बिलाल की गिरफ्तारी नहीं होने से जन्मे आक्रोश ने अब अभियान का रूप ले लिया है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के उद्देश्य से सोशल मीडिया से लेकर जिलेभर में अभियान चलाए जा रहे हैं तथा हर कोई यातायात डीएसपी की गिरफ्तारी को लेकर सवाल कर रहा है। इसी क्रम में गुरुवार से जिला मुख्यालय सासाराम में ‘जस्टिस फॉर बादल’ मुहिम की भी शुरुआत हुई है। पहले दिन हजारों की संख्या में लोग इस मुहिम का हिस्सा बने और बाल विकास मैदान से निकलकर प्रभाकर रोड, काली स्थान, कचहरी मोड होते हुए लोगों ने जिला समाहरणालय के समक्ष सरकार एवं बिहार पुलिस द्वारा मामले में बरती जा रही लापरवाही के खिलाफ अपना विरोध जताया।
विरोध प्रदर्शन में शामिल हजारों की संख्या में लोगों ने पूरे रास्ते बिहार पुलिस हाय-हाय के नारे लगाए और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। इस दौरान कातिल डीएसपी को गिरफ्तार करो, हत्याकांड की न्यायिक जांच हो, पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजा दो, कातिल डीएसपी को बर्खास्त करो आदि स्लोगन लिखे तख्ती व बैनर भी लोगों के हाथों में दिखाई दिए और सभी के चेहरे पर बिहार पुलिस के खिलाफ आक्रोश देखा गया। साथ हीं मुहिम में शामिल लोग विरोध प्रदर्शन के दौरान जिला समाहरणालय के समक्ष पुरानी जीटी रोड पर हीं बैठ गए, जिससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई तथा शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। हालांकि विरोध प्रदर्शन को देखते हुए जिला समाहरणालय के समक्ष सदर डीएसपी दिलीप कुमार के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी ताकि प्रदर्शन कर रहे लोगों को समाहरणालय के अंदर प्रवेश करने से रोका जा सके। दरअसल मौके पर तैनात सदर अनुमंडल पदाधिकारी आशुतोष रंजन एवं डीएसपी दिलीप कुमार ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को पूरे मामले में न्याय दिलाने का आश्वासन देते हुए समझाने बुझाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन लोग सड़कों पर जम रहे और इससे लगभग 2 घंटे शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह बाधित रही।वहीं मुहिम में शामिल सक्रिय सदस्य राजीव रंजन सिंह उर्फ टुटुल ने बताया कि विगत 27 दिसंबर को ट्रैफिक डीएसपी आदिल बिलाल द्वारा बादल सिंह की हत्या किए जाने के विरोध में आज शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक पूरे मामले की न्यायिक जांच, पीड़ित परिवार को एक करोड़ मुआवजा, कातिल डीएसपी को बर्खास्त कर फांसी की सजा नहीं दी जाती तब तक यह आंदोलन चलता रहेगा।