बदलते मौसम एवं गया जिले में वर्षा की कमी के कारण पर्यावरण समस्याएं और गंभीर रूप ले रही
मनोज कुमार ।
गया डॉ प्रेम कुमार, माननीय मंत्री, पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, बिहार द्वारा गया वन प्रमंडल गया अंतर्गत ब्रह्म वन, गया में आयोजित कार्यक्रम में गया वन प्रमंडल गया अंतर्गत 6.4 करोड़ की लागत से गया के 6 पार्को के सौंदर्यीकरण एवं विकास कार्यों का शिलन्यास, 3.2 करोड़ की लागत से कुल 4 स्थानों पर मृदा एवं भू जल संरक्षण कार्य, अनुसूचित जाति एवं जनजाति समूह के लोगों के उत्थान हेतु कुल 5.5 करोड़ की राशि से साल के पत्तो से प्लेट बनाने की मशीन, सोलर लाइट, चेक डैम, अगरबत्ती बनाने की मशीन, नैपकिन मशीन, महुआ फुल से लड्डू बनाने की मशीन, सिलाई मशीन, मधुमक्खी पालन हेतु बॉक्स, प्रशिक्षण आदि से संबंधित योजनाओं का शिलन्यास किया गया।
• इस दौरान माननीय मंत्री ने कहा कि बदलते मौसम एवं गया जिले में वर्षा की कमी के कारण पर्यावरण समस्याएं और गंभीर रूप ले रही हैं। पर्यावरण संरक्षण हेतु हम लोगों को मिलकर काम करना होगा।इस वित्तीय वर्ष गया वन प्रमंडल, गया के अंतर्गत वन भूमि पर लगभग 9 लाख पौधे, विभिन्न पथ तटों पर कुल 16700 बांस गैबियन, गया के शहरी क्षेत्रों में कुल 10000 पौधे, 4.64 लाख पौधों का जीविका दीदियों में वितरण, 7 लाख पौधें मनरेगा के द्वारा,36000 पौधों का फ्रिंज विलेज में वितरण,80 हजार पौधे विभिन्न विभागों, एजेंसियों, पैरामिलिट्री फोर्सेज इत्यादि समेत कुल 24 लाख पौधे लगाए गए है। गया एवं जहानाबाद जिले के चार पहाड़ (ब्रह्मयोनि, प्रेतशिला, रामशिला व ढुंगेश्वरी) और जहानाबाद के एक पहाड (बराबर) पर एक लाख सीड बॉल भी फेंके गए हैं। गया एक सूखाग्रस्त जिला है, जलस्तर में वृद्धि हेतु यहां गारलैंड ट्रेंच का निर्माण एवं मृदा एवं भू जल संरक्षण कार्य कराए जा रहे हैं।
• माननीय मंत्री द्वारा गया वन प्रमंडल गया में किए गए विकास कार्यों की चर्चा तथा गुरपा वन प्रक्षेत्र के टनकुप्पा एवं फतेहपुर ब्लॉक, गया वन प्रक्षेत्र के डुंगेश्वरी एवं ब्राम्ह्योनी वन समिति तथा बाराचट्टी वन प्रक्षेत्र के बाराचट्टी ब्लॉक से वनक्षेत्रों के समीप रहने वालें अनुसूचित जाति एवं जनजाति समूह के आए लोगों से से संवाद किया गया। पर्यावरण, वन एवं वन प्राणियों की स्थिति को और बेहतर करने के साथ साथ वनक्षेत्रों के समीप रहने वालें अनुसूचित जाति एवं जनजाति समूह के लोगों के उत्थान हेतु सुझाव लिए गए।
• वनक्षेत्रों के समीप रहने वालें अनुसूचित जाति एवं जनजाति समूह के लोगों द्वारा असिंचित क्षेत्रों में सिंचाई हेतु वन क्षेत्रों में गारलैंड ट्रेंच का निर्माण, आवागमन हेतु वनपथ का निर्माण, मशरूम की खेती हेतु प्रशिक्षण, पत्तल बनाने की मशीन आदि उपलब्ध कराने का सुझाव दिया गया जिससे उनलोगो की जीवनशैली बेहतर हो सके।
• इस कार्यक्रम में श्री एस० सुधाकर (भा०व०से०), वन सरंक्षक, गया अंचल, गया,श्री शशिकांत कुमार (भा०व०से०)वन प्रमंडल पदाधिकारी, गया वन प्रमंडल, गया, श्रीमती शुभलक्ष्मी ज्योति,सहायक वन संरक्षक ,गया वन प्रमंडल, गया, वनक्षेत्रों के समीप रहने वालें अनुसूचित जाति एवं जनजाति समूह के लोग एवं अन्य गणमान्य अतिथी उपस्थित