‘वीटामिक्स’ स्वास्थ्य एवं पोषण की दिशा में जीविका का एक प्रयास
मनोज कुमार ।
बिहार ग्रामीण आजीविका सोसाइटी (BRLPS) बिहार सरकार द्वारा स्थापित एक स्वतंत्र और स्वायत्त सोसाइटी है। BRLPS जिसे जीविका के नाम से भी जाना जाता है , का उद्देश्य ग्रामीण आजीविका विकल्पों द्वारा ग्रामीण गरीबों के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में काम करना है। यह स्वयं सहायता समूह (SHG), ग्राम संगठन (VO) और क्लस्टर स्तरीय संघ (CLF) जैसे महिला सामुदायिक संस्थानों के निर्माण एवं संपोषण द्वारा जीविकोपार्जन प्रोत्साहन की दिशा में कार्य कर रही है।
‘वीटामिक्स’ स्वास्थ्य एवं पोषण की दिशा में जीविका का एक प्रयास
जीविका विभिन्न आर्थिक एवं सामाजिक गतिविधयों के अतरिक्त स्वास्थ्य एवं पोषण की दिशा में भी कार्यरत है। बोधगया में वीटामिक्स ब्रांड नाम से फूड फोर्टिफिकेशन यूनिट जो रौशन जीविका महिला ग्राम संगठन के माध्यम से संचालित किया जा रहा है बच्चों एवं गर्भवती माताओं को कुपोषण बचने हेतु पोषक आहार का निर्माण करता है। इसे समेकित बाल विकास योजना (ICDS) के माधयम से बोधगया एवं डोभी प्रखंड में उपलब्ध कराया जा रहा है। वर्तमान में 11500 से 12000 बच्चों एवं 1720 गर्भवती महिलाओं तक यह आहार पहुँचाया जा रहा है।
‘वीटामिक्स’- वीटामिक्स कुपोषण कम करने के लिया एक पोषित आहार है। फोर्टिफाइड उत्पाद विभाग द्वारा जारी किए गए अनुशंसित दिशा-निर्देशों पर आधारित है जिसमें सभी उपयोगी सूक्ष्म पोषक तत्व शामिल हैं। इस विकेंद्रीकृत खाद्य सुदृढ़ीकरण इकाई का उद्देश्य आईसीडीएस के पूरक पोषण कार्यक्रम के हिस्से के रूप में आईसीडीएस लाभार्थियों को टेक होम राशन (टीएचआर) के रूप में सुदृढ़ीकृत भोजन उपलब्ध कराना है। इसके परिणामस्वरूप बच्चों और माताओं के लिए पूरक भोजन की उपलब्धता में वृद्धि हुई है, जिसमें आईसीडीएस दिशानिर्देश में निर्धारित भोजन की अच्छी गुणवत्ता और मात्रा है। पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों की उपलब्धता बढ़ाने के माध्यम से, पायलट को सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी, विशेष रूप से आयरन, विटामिन ए और आयोडीन की कमी को कम करने में योगदान देने की उम्मीद है। इस फोर्टिफाइड उत्पाद की शेल्फ लाइफ 3 महीने है। यह उत्पाद प्रयोगशाला में जाँच के बाद ही आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं और कुपोषित बच्चों को उपलब्ध कराया जाता है।
गया में ‘वीटामिक्स की शुरुआत
राज्य कार्यालय के निर्देशानुसार जिला परियोजना समन्वयन इकाई, गया एवं ग्लोबल अलायंस फॉर इम्प्रूव्ड न्यूट्रीशन (GAIN) के प्रयासों से शुरुआती पूंजी समर्थन के साथ-साथ निदान एनजीओ के सहयोग से रौशन जीविका महिला ग्राम संगठन द्वारा 2015 में गया जिले के बोधगया ब्लॉक के सहदेव खाप गांव में ‘व्हीटामिक्स’ उत्पादन संयंत्र शुरू किया गया। इस संयंत्र में एक महीने में 30 टन भोजन का उत्पादन करने की क्षमता है, जिसमें कच्चे माल के रूप में गेहूं का आटा, चावल का आटा, मूंग दाल का आटा और चीनी का उपयोग किया जाता है। यह संयंत्र वर्तमन में आईसीडीएस परियोजना बोधगया और डोभी के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्रों को 1 किलो और 2 किलो के पैकेट में व्हीटामिक्स पोषक आहार प्रदान करता है। मासिक आधार पर 275 आंगनवाड़ी केंद्रों पर व्हीटामिक्स की आपूर्ति करता है।
स्थानीय स्तर पर रोजगार का अवसर*
बोधगया में वीटामिक्स द्वारा वर्तमान में प्रतिदिन 1000 से 1200 किलोग्राम आहार का निर्माण किया जाता है। इससे जीविका दीदियों सहित कुल 19 लोगों को रोजगार का अवसर मिला है। इसे 2007 में गठित रौशन जीविका महिला ग्राम संगठन बोधगया ब्लॉक के सहदेव खाप गांव में बारह स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) द्वारा गठित एक ग्राम संगठन (Village Organization) द्वारा संचालित किया जाता है। इस ग्राम संगठन 12 एसएचजी की 175 महिलाएं सदस्य हैं। यह इकाई स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा संचालित की जाती है जो उन्हनें स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर से जोड़ता है।