सब्जियों की मंहगाई ने गरीब- मध्यमवर्गीय परिवार का बजट बिगाड़ा _ कॉंग्रेस
मनोज कुमार ।
सब्जियों के आसमान छुते दामों से विजयादशमी जैसे पर्व के समय गरीब- मध्यमवर्गीय परिवार का बजट बिगाड़ गया है, तो कितने परिवारों के थाली से सब्जियाँ गायब हो गई है।बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युम्न दुबे, उदय शंकर पालित, शिव कुमार चौरसिया, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद समद, रूपेश चौधरी, राहुल चंद्रवंशी,विनोद उपाध्याय, बाल्मीकि प्रसाद, आदि ने कहा कि आलू, प्याज जो गरीबो की थाली की सबसे महत्त्वपूर्ण जायका है जिसके दाम विगत कई महीनों से 40 और 60 रुपये किलो होने से आमजन त्राहि, त्राहि कर रहें हैं, जहां तक टमाटर, तथा हरि सब्जियों की बात है, वो 100 रुपये प्रति किलो होने से कितने परिवार खरीदना बंद कर दिए हैं।
नेताओं ने कहा कि आलू, प्याज जिसे सरकार नेफेड, विसकोमान से उपलब्ध करा कर सस्ते दामों पर लोगों को उपलब्ध करा सकती है, परंतु सरकार आमजन की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति की जगह दिन, रात क्षद्म राष्ट्रवाद, धर्मवाद में व्यस्त हैं।
नेताओं ने कहा कि देश में बेहतर रख, रखाव नहीं होने के कारण प्रतिदिन सब्जियाँ 30 से 35 % खराब हो कर बर्बाद हो जाती है, जिसे बचाने के लिए आज जरूरत है देशभर के सभी ग्राम पंचायत में कोल्ड स्टोरेज एवं सब्जियाँ, फलो के बेहतर रख रखाव के साधनों की।
नेताओं ने कहा कि सरकार दिखावा में कभी-कभी सस्ती दाल, टमाटर उपलब्ध कराने की घोषणा तो करती है, परंतु वो जमीन पर नहीं उतर कर, और उसी के नाम पर लूट,खसोट, भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी करती है।