किसी भी राज्य में अन्य राज्य के लोगों के साथ दुर्व्यवहार स्वीकार नहीं- उपेंद्र कुशवाहा
दिवाकर तिवारी ।
बिहार की विशेष यात्रा पर निकले उपेंद्र कुशवाहा सासाराम पहुंचे, कहा- राजद की साजिश ने लोकसभा चुनाव में शाहाबाद व मगध का भारी नुकसान किया
रोहतास। बिहार के विशेष यात्रा पर निकले राज्यसभा सांसद सह आरएमएल सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने पश्चिम बंगाल में बिहारी छात्रों के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है, सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को हमने कहा है कि इस तरह की घटनाओं को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। मामले में आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और आगे ऐसी स्थिति बने की किसी भी राज्य में किसी भी दूसरे राज्य के लोगों के साथ इस तरह की घटनाएं न हो।
वहीं जिला मुख्यालय सासाराम के सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने जीतन राम मांझी एवं लालू प्रसाद के बीच चल रहे जातीय टिका टिप्पणी के सवाल पर कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया।हालांकि बिहार की विशेष यात्रा के संबंध में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि प्रथम चरण के यात्रा के क्रम में हम आज रोहतास पहुंचे हैं। जिसकी शुरुआत जगदेव बाबू को याद करते हुए कुर्था से की गई थी। उन्होंने बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए के पक्ष में माहौल बनाने के उद्देश्य से यात्रा की शुरुआत हुई है तथा इसी क्रम में एनडीए के कार्यकर्ताओं के साथ बीते लोकसभा चुनाव परिणामों की भी समीक्षा की जा रही है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि लोकसभा चुनाव में शाहाबाद क्षेत्र के चारों लोकसभा सीटों पर अपेक्षा के अनुरूप परिणाम नहीं आए जिसको देखते हुए यात्रा के प्रथम चरण में हीं इस क्षेत्र को रखा गया है। एनडीए के परिणामों को विपक्षी पार्टीयां जनता की पसंद के रूप में देख रही है जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। उनकी साजिश थी कि एनडीए के अंदर लोगों को दिग्भ्रमित कर लाभ लिया जा सके, जिसमें वो सफल रहे। उनका मकसद था कि उपेंद्र कुशवाहा को बिहार की राजनीति से समाप्त कर दें, लेकिन उनको मालूम नहीं की उपेंद्र कुशवाहा एवं उनकी पार्टी की जड़ काफी नीचे तक है। राजद की साजिश में अगर हमारे लोग नहीं आए होते तो आज शाहाबाद क्षेत्र के दो सांसद भारत सरकार के मंत्री परिषद में शामिल होते। वे लोग उपेंद्र कुशवाहा को सांसद बनने से तो नहीं रोक सके, लेकिन शाहबाद एवं मगध क्षेत्र का इन्होंने भारी नुकसान कर दिया।