जमीन सर्वे में आम जनता की हो रही है काफी परेशानी इसका निराकरण करें सरकार-विनय कुशवाहा
मनोज कुमार।
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता प्रांतीय सचिव विनय कुशवाहा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कहा कि बिहार में जमीन का सर्वे चल रहा है इसमें आम जनता को काफी परेशानी से जूझना पड़ रहा है।विनय कुशवाहा ने कहा कि खतियान एवं अन्य जमीनी कागजात निकालने में हजारों रुपया की वसूली की जा रही है रिकॉर्ड रूम से लेकर रजिस्ट्री के केवाला निकालने में बिहार की आम जनता से हजारों हजार रुपए लूटा जा रहा है। मजबूरी में लोग पैसा देने के लिए बाध्य है।विनय कुशवाहा ने आगे बताया कि अमीन एवं राजस्व कर्मचारी सिर्फ पैसा कमाने में लगे हैं अमीन खुद अनट्रेड है जमीन के कागज की उसे जानकारी नहीं है। बुढे से लेकर नौजवान तक ब्लॉक का चक्कर लगाते थक चुके हैं लेकिन कागजों का निपटारा नहीं हो पा रहा है।
कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार और जिला प्रशासन अवैध रूप से कागजात निकालने में वसूली को बंद करें। दूसरी तरफ बहुत सा खतियान एवं केवाला में कैथी लिपि है जिसे पढ़ने का ज्ञान ना तो कर्मचारियों को है और अमिन को है। इसका प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है।जमीन सर्वे के नाम पर भ्रष्टाचार चरम पर बढ़ चुका है दलाल लोग दुकान खोल कर बैठे हैं और रुपए की वसूली कर रहे हैं।एक सिस्टम बना दे जिसे आम जनता को कागज आसानी से उपलब्ध हो जाए। एवं राजस्व का कर्मचारी एवं अमीन को सर्वे से सारी जानकारी का प्रशिक्षण दें एवं गांव-गांव में जाकर किसानों को फॉर्म भरने की व्यवस्था सुनिश्चित करें नहीं तो हर गांव में लड़ाई झगड़ा बढ जाएगा इसकी जवाबदेही नीतीश सरकार एवं जिला प्रशासन पर होगी।राजद नेता जय प्रकाश शर्मा, विजय कुमार सिन्हा, पवन कुमार वर्मा, राजेंद्र वर्मा, विक्रमादित्य सिंह कुशवाहा, लक्ष्मण प्रसाद कुशवाहा, अजय मेहता, जितेंद्र वर्मा, पंकज यादव, मुकेश चंद्रवंशी, सतेन्द्र पांडे, नितीश कुमार पासवान आदि नेताओं ने भी अमीन एवं राजस्व कर्मचारी को सर्वे का ट्रेनिंग देने की मांग की है ताकि आम आदमी की समस्या दूर हो सके।