टिकारी अनुमंडल कार्यालय के समीप विद्युत विभाग के खिलाफ टिकारीवासियों ने किया एकदिवसीय धरना प्रदर्शन
विश्वनाथ आनंद ।
टिकारी( बिहार)- गया जिला के टिकारी अनुमंडल कार्यालय के समीप टिकारीवासियों ने विद्युत विभाग के मनमानी रवैया से परेशान होकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम किया. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि टेकारी अनुमंडलीय क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की स्थिति बद से बद्तर है. दुर्भाग्य है कि पॉवर ग्रिड रहते हुए भी घंटो बिजली गुल रहती है जिसके वजह से विद्युत उपभोक्ताओं को अनेकों तकलीफों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने आगे कहा कि विधुत विभाग के पदाधिकारी व कर्मचारी की लापरवाही और मनमानी है वे अपने जिम्मेदारी नही निभाते हैं.नल का जल पूरी तरह विद्युत पर ही आश्रित है. विद्युत नही रहने के वजह से पेयजल के लिए गंभीर समस्या झेलना पड़ता है.किसान भी विद्युत पर आश्रित है, फिलहाल रोपनी का समय है, पर्याप्त विद्युत आपूर्ति नही होने के कारण किसानों को रोपनी करने में काफी कठिनाइयां हो रही है. उन्होंने अपनी मांगों को रखते हुए कहा कि टेकारी अनुमंडलीय क्षेत्र में 24 घंटा विधुत की आपूर्ति किया जाय. विद्युत सब स्टेशन, टेकारी में 33 हजार 10 एमबीए का ट्रांसफर्मा जर्जर हो गया है, तथा ओवरलोड हो जाता है, जिससे अनेक तरह की समस्या होते रहती है.
उन्होंने कहा कि अत : इसे बदल कर 20 एमबीए का ट्रांसफर्मा लगाया जाय. 11 हजार 220 वोल्ट एलटी केवल घटिया किस्म का है ,इसे बदला जाय और नंगा विद्युत तार जहां जर्जर है, उसे बदला जाय तथा 11 हजार तार को अंडरग्राउंड किया जाय.ताकि जान व माल का नुकसान न हो. टेकारी अनुमंडलवासी के गरीब और किसान को 300 यूनिट विद्युत मुफ्त दिया जाय. उन्होंने कहा कि विधुत कनेक्शन को लेकर की जा रही ऑनलाइन प्रतिक्रिया में तेजी लाया जाय, वेरिफिकेशन के नाम पर हो रही अवैध वसूली पर रोक लगाई जाय. लो भोल्टेज की समस्या का निराकरण किया जाय. प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगाया जाय और उपभोक्ताओं के परिसर में लगे हुए प्रीपेड स्मार्ट मीटर को बदलकर डिजिटल मीटर पहले जैसा लगाया जाय. विद्युत मिस्त्री को बढ़ाया जाय, ताकि फॉल्ट होने पर यथाशीघ्र सुधारकर विद्युत आपूर्ति हो सके. उन्होंने आगे कहा कि अनेकों जगह जैसे-तैसे विद्युत की आपूर्ति की जा रही है, उस स्थानों पर विद्युत पोल लगाया जाय. कही फॉल्ट है या ट्रांसफार्मर लग रहा है, जहां आधा घंटा से अधिक का समय लग सकता है, तो वैसे स्तिथि में वहां पर का विद्युत काट कर अन्य जगह विद्युत की आपूर्ति चालू रखा जाय. ये सब मांगे जल्द पूरी नही हुई तो अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज करने पर मजबूर होंगे.