बिहार सरकार के साशी निकाय द्वारा 52 वर्षो से संचालित गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को बचाने की गुहार
मनोज कुमार ।
गया शहर के दण्डिबाग मुहल्ला में फल्गु नदी के किनारे स्थित गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को बचाने की गुहार कॉंग्रेस पार्टी के नेता कार्यकर्ता ने राज्य के मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री तथा साशी निकाय के अध्यक्ष आयुक्त मगध प्रमंडल तथा सचिव डी डी सी गया से किया है।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, विनोद उपाध्याय, बाल्मीकि प्रसाद, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, विशाल कुमार, ओंकार नाथ सिंह, प्रो विश्वनाथ कुमार, डाक्टर अनिल कुमार सिन्हा, डॉ भृगु नाथ झा आदि ने कहा कि गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की स्थापना सन 1972 से पांच एकड़ भूमि पर बने प्रशासनिक भवन, एकेडमिक भवन, 200 बेड के अस्पताल आदि का संचालन बिहार सरकार द्वारा गठित साशी निकाय गया शहर के एक मात्र आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को संचालित कर रही थी।
इस आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सन 2007- 2012 बैच का अंतिम नामांकन होने के बाद साशी निकाय एवं राज्य सरकार की शिथिलता के चलते नामांकन बंद रहने एवं अधिकांश कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने, कुछ के नौकरि छोड़ कर जाने के कारण कॉलेज की स्थिति धीरे-धीरे काफी नाजुक होने पर अंतिम प्राचार्य डॉ राम दत्त मिश्रा के 2020 में सेवानिवृत्त होने के बाद यहां कोई भी शिक्षक नहीं बचे।
https://www.youtube.com/watch?v=R_-xjLUl1Qs
नेताओं ने कहा कि सन 2020 में इस कॉलेज के पूर्व शिक्षक डॉ आर डी मिश्रा एवं डॉ उमा शंकर पांडेय, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बिरजू प्रसाद आदि ने एक स्थानीय डॉ मनीष चंद्र से मिलकर एक गिरोह बना कर कॉलेज का ताला तोड़ एक एन जी ओ बना कर संपूर्ण गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को कब्जा कर उसके पुराने बोर्ड पर प्राइवेट आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल लिख दिया है।
नेताओं ने कहा कि गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सभी समान को गायब कर उसके बैंक खातों में भी जमा करोड़ रुपये का घोटाला बैंक कर्मचारियों से मिली भगत से किया।
नेताओं ने कहा कि आज गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज का पांच बीघा जमीन, उसका भवन आदि की कीमत अरबों रुपये है, तथा यह गया शहर का एक मात्र सरकारी साशी निकाय द्वारा वर्षो से संचालित कालेज है जो गया शहर के महत्त्वपूर्ण स्थान पर होने से यहां के आमजन को काफी लाभ मिलता था, जो आज माफियाओं के चंगुल में है।
नेताओं ने कहा कि गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल को कब्जा करने वाले माफियाओं पर गया व्यवहार न्यायालय में गया के स्थानीय केनदुई निवासी विजय कुमार सिंह द्वारा गया व्यवहार न्यायालय में मुकदमा भी दायर किया गया है।
नेताओं ने कहा कि सूचना के अधिकार के तथा मांगे गए सूचना के जवाब में आयुष निदेशालय, स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिनाँक 04 जून 2024 को निर्गत पत्र के आलोक में कॉलेज प्रबंधन द्वारा साशी निकाय गठित कर कॉलेज संचालित करने के आदेश पर अविलंब अमलीजामा पहनाने की मांग मगध प्रमंडल आयुक्त सह पूर्व अध्यक्ष से किया है।