भारतरत्न ऐ पी जे अब्दुल कलाम जनता के राष्ट्रपति कहे जाते थे _ प्रो विजय कुमार मिट्ठू

मनोज कुमार ।
भारतरत्न, मिसाइल मैन, देश के 11 वें राष्ट्रपति ए पी जे अब्दुल कलाम की 9 वीं पुण्यतिथि गया के स्थानीय अनुग्रह नारायण रोड स्थित दुबे आश्रम में मनाई गई ।सर्वप्रथम स्व ऐ पी जे अब्दुल कलाम सहाब के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात्‌ उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।इस अवसर पर उपस्थित प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, अमित कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह प्रद्युम्न दुबे, दामोदर गोस्वामी, विनोद उपाध्याय, रूपेश चौधरी, अशोक राम, राहुल चंद्रवंशी,कौशलेंद्र यादव बुढ़ा ,मोहम्मद समद, मोहम्मद सोहेल, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार आदि ने कहा कि जनता के राष्ट्रपति कहे जाने वाले देश के 11 वें राष्ट्रपति ऐ पी जे अब्दुल कलाम मृदुभाषी, सरल, सभी को सम्मान देने वाले, जनप्रिय व्यक्ति थे, जो देश के सबसे बड़े बैज्ञानिक के रूप में इसरो, डी आर डी ओ, के प्रमुख के रूप में देश को सभी मिसाइलों, तथा परमाणु शक्ति से भरपूर बनाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।


नेताओं ने कहा कि देश के राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान 21 दया याचिकाओं मे केवल एक दया याचिका पर कारवाई की थी, 2005 में उन्होंने बिहार में राष्ट्रपति शासन का विवादस्पद निर्माण भी लिया था। सितंबर 2003 में पी जी आई चंडीगढ़ में एक संवादातमक सत्र में देश की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए भारत में समान नागरिक संहिता की आवश्यकता का समर्थन किया था।नेताओं ने गया शहर के मिर्जा ग़ालिब कॉलेज तीनमोहनी गोलमबर पर ऐ पी जे अब्दुल कलाम की प्रतिमा स्थापित कराने की मांग राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन से किया है।

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